बिलासपुर

अब नहीं चलेगी थानेदारों की चालाकी, आईजी के फरमान से थानेदारों में हड़कंप

फरार आरोपियों को पकडऩे का काम पहले करें

बिलासपुरSep 24, 2018 / 06:25 pm

Amil Shrivas

अब नहीं चलेगी थानेदारों की चालाकी, आईजी के फरमान से थानेदारों में हड़कंप

बिलासपुर. संगीन मामलों में फरार आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान पेश करने की चालाकी अब विवेचकों को महंगी पड़ेगी। आईजी ने थानेदारों को आदेश जारी कर फरार आरोपियों की संख्या बताने के निर्देश दिए हैं। पूरक चालान के मामलों को लंबित की श्रेणी में रखकर मामलों की जांच करने व आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं। आदेश के बाद से थानेदारों में हड़कंप मच गया है। थानेदार पुराने मामलों की फाइल खोलकर आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। जिले के थानों में संगीन मामले दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपियों को तलाश करने में रुचि नहीं दिखा रही है। एफआईआर के बाद मामलों में १-२ आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश कर दे रही है। अन्य आरोपियों को फरार बताते हुए पूरक चालान पेश करने की जानकारी न्यायालय को देकर खानापूर्ति कर रही है। बाद में इन मामलों की फाइल पुलिस बंद कर देती है, जिससे पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। इन मामलों को लंबित प्रकरणों की श्रेणी से भी हटा दिया जाता है। आईजी प्रदीप गुप्ता ने ऐसे मामलों की जांच करने का फरमान जारी किया है। आईजी ने थानेदारों को आदेश जारी करते हुए कहा, कि पुराने संगीन मामलों के आरोपियों को पकडऩा थानेदार और विवेचकों की पहली प्रथमिकता होनी चाहिए। जिन मामलों में पूरक चालान पेश होना है, उन मामलों को लंबित की श्रेणी में रखा जाए, ताकि समय-समय पर लंबित प्रकरणों के आरोपियों को पकडऩे का प्रयास किया जा सके।
हर महीने समीक्षा करने के आदेश
आईजी ने जिले के राजपत्रित अधिकारियों को पूरक चालान के लंबित मामलों की हर महीने समीक्षा करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार पुलिस टीमें बाहर भेजी जानी चाहिए, जिससे लंबित प्रकरणों का जल्द निपटारा किया जा सके।
पूरक चालान के फेर में बढ़ी वारंटियों की संख्या
जिले में 5 हजार से अधिक स्थायी वारंटी हैं। अधिकांश संगीन मामलों के आरोपी हैं, जिन्हें पुलिस पकड़ ही नहीं सकी। जांच और गिरफ्तारी के प्रयास नहीं होने के कारण आरोपी लगातार फरार रहते हैं। यही कारण है कि जिले में स्थायी वारंटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
400 से अधिक मामले लंबित
जिले के थानों में 400 संगीन मामले एेसे हैं, जिनमें पुलिस पिछले 5 वर्षों से फरार आरोपियों की तलाश नहीं कर पाई है। कुछ मामले ऐसे हैं, जिनमें आरोपियों को कोर्ट सजा सुना चुकी है, लेकिन उसी मामले के दूसरे आरोपियों का पुलिस सुराग तक नहीं लगा सकी।
रिकार्ड खंगाल रहे थानेदार
आईजी के आदेश के बाद थानेदारों में हड़कंप मच गया है। थानों में पुराने रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। जिन मामलों में पूरक चालान पेश नहीं हुआ है, उनकी छंटनी का काम शुरू हो गया है।
थानेदारों को दिए हैं आदेश
…जिन मामलों में पूरक चालान पेश होने हैं, उन्हें लंबित रखकर जांच करने और फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के आदेश थानेदारों को दिए गए हैं।
प्रदीप गुप्ता, आईजी
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