काम शुरू होने की जागी उम्मीद : निगम प्रशासन ने गत 1 मई को 5 करोड़ 98 लाख की लागत से प्रस्तावित सिंधी कालोनी मिट्टी तेल लाइन के स्मार्ट रोड निर्माण कार्य का वर्क आर्डर बिलिफ बिल्डकाँन को जारी किया था। निगम प्रशासन और निर्माण संस्था ने 1 सप्ताह के अंदर यहां स्मार्ट रोड का कार्य आरंभ कराने का दावा किया था, परंतु फंड न आने की वजह से निर्माण संस्था ने काम ही आरंभ नहीं किया। सूडा द्वारा फंड जारी करने के बाद अब कार्य आरंभ होने की उम्मीद है।
कंसलटेंट कंपनी का पता नहीं : बिलासपुर को स्मार्ट बनाने के लिए जिन कंसलटेंट कंपनियों ने राजधानी में अपने मॉडल प्रदर्शित कर डेवलपमेंट का दावा किया वो अभी तक ठंडे बस्ते में है। हाईपॉवर कमेटी ने अभी तक ये ही फाइनल नहीं किया है कि बिलासपुर को स्मार्ट बनाने का काम किस कंपनी को दिया जाना है। 25 अप्रैल को आयोजित बैठक में चयन किया जाना था लेकिन बैठक ही स्थगित हो गई। दूसरी बैठक आज तक नहीं हुई।
दो माह बाद जारी हो सका फंड : बताया जाता है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए पहली किस्त के बतौर राज्य और केंद्र शासन को 18-18 करोड़ का अंश जारी करना था। केंद्र ने दो माह पूर्व ही सूडा को फंड जारी कर दिया, लेकिन राज्य का फंड नहीं आने के कारण यह फंड सूडा में ही लटककर रह गया। राज्य शासन द्वारा फंड जारी करने के बाद बुधवार को सूडा ने राज्य से मिले फंड को मिलाकर 36 करोड़ की पहली किस्त स्मार्ट सिटी लिमिटेड को जारी कर दिया।