READ MORE : छत्तीसगढ़ : धमतरी में बीमारी से तंग आकर एसआई ने की खुदकुशी राहत भरी खबर यह है कि तीन महीने बाद अब शहर के श्मशानघाटों में शांति नजर आ रही है लाश नहीं आने के कारण उर्जा पार्क को पिछले 10 दिन से बंद कर दिया गया है वहीं तोरवा मुक्तिधाम में दो दिन से एक भी लाश नहीं आई है।
राजकिशोर नगर स्थित उर्जा पार्क में पिछले 10 दिन से एक भी शव नहीं आया है जिसके कारण श्मशान घाट को बंद कर दिया गया है। श्मसान घाट की साफ सफाई करा दी गई है जल्द ही यहां से स्टाफ भी हटाने की तैयारी की जा रही है। बताया जाता है 20 मई से यहां शव आने कम हो गए थे। वहीं तोरवा मुक्तिधाम प्रतिदन 15 से 20 लाशें जल रही थीं यहां भी अब शांति नजर आ रही है। जून आरंभ से अब तक 10 लाशें आईं, चार और पांच को एक भी लाश नहीं आई है। श्मसान घाट में नि: शुल्क सेवा देने वाले रिंकू मित्रा ने बताया अप्रैल महीने में दिनरात शव जलाए गए एक दिन में 60 से 65 शव आते थे। जगह कम पडऩे पर महापौर रामशरण यादव ने डीआरएम से चर्चा करने श्मसान घाट के पीछे लाश जलाने की अनुमति मांगी।
READ MORE : 25 लाख राशन कार्डों में आधार गलत, वन नेशन वन राशन कार्ड सत्यापन में हुआ खुलासाX इसके बाद भी जगह कम पडऩे लगा तो राजकिशोर नगर स्थित उर्जा पार्क के पीछे के मुक्तिधाम में संक्रमित शव जलाने की व्यवस्था कराई गई। रिंकू मित्रा ने बताया पिछले दो दिन से एक भी शव नहीं आया श्मशान घाट की साफ सफाई कराकर रख दिया गया है। यहां काम करने वाले संजय साहू ने बताया तीन महीने बाद पिछले कुछ दिनों से राहत महसूस कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार पिछले मार्च और जून को मिलाकर लगभग 1555 शव जलाए जा चुके हैं।
राजकिशोर नगर स्थित उर्जा पार्क के पीछे श्मसान घाट को 10 दिन पहले बंद कर दिया गया है। वही जून महीने में तोरवा मुक्तिधाम में शव कम आने लगे हैं। पिछले दो दिन से एक भी शव तोरवा मुक्तिधाम में नही आ रहा है।
– डॉ. ओंकार शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम
– डॉ. ओंकार शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम