बिलासपुरञ्च पत्रिका. तखतपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत चोरभट्टी कला में खेती किसानी का मुख्य निस्तारी मार्ग विगत 10 वर्षों से खेतों और घरों का पानी मुख्य मार्ग मे जाम होने के वजह से जलकुम्भी और दलदल की स्थिति निर्मित हो चुके हैं । इस मार्ग मे कोई गाड़ी तो दूर पैदल चलना मुस्किल है । कई मवेशी इस दलदल में फंसकर जान गंवा चुके हैं । खेती के लिए किसान कसे ट्रैक्टर जैसे साधन को खेत तक लाने में दूसरे गांव के रास्ते से आने में 5 किलोमीटर का रास्ता तय करके पहुंचना पड़ता है जोकि की समय के साथ-साथ लागत भी ज्यादा लगता है । पिछले १० साल से सरपंच जेठिया सूर्यवंशी, प्रतिनिधि प्रमोद सूर्यवंशी से ग्रामवासी 10 वर्षों में 50 बार से ज्यादा बार आग्रह और शिकायत लेकर जा चुके हैं लेकिन काम के नाम पर मिलता है तो सिर्फ आश्वासन। कभी काम हो जाएगा तो कभी पैसा लैप्स हो गया है तो कभी फण्ड नहीं। ऐसे बहाने बाजी सुनते सुनते परेशान ग्रामवासी खुद 100, 500 रुपए चंदा इकठ्ठा कर काम शुरू किए लेकिन गांव के गरीब छोटे छोटे किसान ज्यादा राशि इकठ्ठा नहीं कर पा रहे। दलदल ज्यादा होने की वजह से मुरुम मिट्टी लाते ही ट्रैक्टर दलदल भूमि में फंस जा रहा है उसे निकालते परेशान हो गए हैं पंचायत और शासन-प्रशासन के निष्क्रिय रवैये से ग्रामीण उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएंगे
बिलासपुरञ्च पत्रिका. तखतपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत चोरभट्टी कला में खेती किसानी का मुख्य निस्तारी मार्ग विगत 10 वर्षों से खेतों और घरों का पानी मुख्य मार्ग मे जाम होने के वजह से जलकुम्भी और दलदल की स्थिति निर्मित हो चुके हैं । इस मार्ग मे कोई गाड़ी तो दूर पैदल चलना मुस्किल है । कई मवेशी इस दलदल में फंसकर जान गंवा चुके हैं । खेती के लिए किसान कसे ट्रैक्टर जैसे साधन को खेत तक लाने में दूसरे गांव के रास्ते से आने में 5 किलोमीटर का रास्ता तय करके पहुंचना पड़ता है जोकि की समय के साथ-साथ लागत भी ज्यादा लगता है । पिछले १० साल से सरपंच जेठिया सूर्यवंशी, प्रतिनिधि प्रमोद सूर्यवंशी से ग्रामवासी 10 वर्षों में 50 बार से ज्यादा बार आग्रह और शिकायत लेकर जा चुके हैं लेकिन काम के नाम पर मिलता है तो सिर्फ आश्वासन। कभी काम हो जाएगा तो कभी पैसा लैप्स हो गया है तो कभी फण्ड नहीं। ऐसे बहाने बाजी सुनते सुनते परेशान ग्रामवासी खुद 100, 500 रुपए चंदा इकठ्ठा कर काम शुरू किए लेकिन गांव के गरीब छोटे छोटे किसान ज्यादा राशि इकठ्ठा नहीं कर पा रहे। दलदल ज्यादा होने की वजह से मुरुम मिट्टी लाते ही ट्रैक्टर दलदल भूमि में फंस जा रहा है उसे निकालते परेशान हो गए हैं पंचायत और शासन-प्रशासन के निष्क्रिय रवैये से ग्रामीण उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएंगे