सीपत थाना प्रभारी विकास कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राज मेडिकल स्टोर की आड में प्रतिबंधित कफ सिरप बेचने की शिकायत मिल रही थी। शिकायत के आधार पर जब मेडिकल दुकान संचालक मनोज कुमार गुप्ता पिता रामाधार गुप्ता (48) निवासी नावाडीह के यहां दबिश दी गई । मेडिकल स्टोर में जांच के दौरान कोई भी प्रतिबंधित नशीली दवा नहीं मिला। बगल के कपड़ा दुकान को देखने से पता चला की वह भी राज मेडिकल स्टोर संचालक का ही है। जांच के दौरान जमी धूल को देख कपड़ा बिक्री नहीं होने की शंका पर कपड़ा दुकान की तलाशी ली गई तो वहां एक बाक्स में नशीली प्रतिबंधित दवा मिली। उसके बाद तलाशी के दौरान पुलिस को दुकान के पीछे एक कमरा मिली जिसे आरोपी ने अपनी मां का होना बताया। वहां की तलाशी में एक बाक्स में नशीली दवा से भरा हुआ मिला। भारी मात्रा में नशीली दवा मिलने के बाद आरोपी के घर का पता किया गया। घर की तलाशी के दौरान उपर के कमरे में एक नग बाक्स में नशीली दवा और टीम को मिली।

लम्बी जांच के बाद फंसा दुकान संचालक माह भर पूर्व उच्चभट्ठी निवासी चौकीदार महावीर सूर्यवंशी की आधा दर्जन लोगो ने पेड में उलटा लटका कर पिटाई की थी। शिकायत के दौरान युवक ने नशीली दवा का सेवन करने की बात को स्वीकर किया था। पुलिस की पूछताछ में मेडिकल स्टोर का नाम नहीं आया था। चौकीदार के उपर पुलिस लगातार नजर बनाए हुए थी। पुलिस की टीम को पता चला की चौकीदार नशे की दवाई खरीदने निकला है। महावीर जब मेडिकल स्टोर से प्रतिबंधित दवा खरीद कर लाया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसके बाद मेडिकल स्टोर में दबिश देकर प्रतिबंधित दवा का जखीरा भी बरामद किया है।
प्रतिबंधित दवा बेचने की शिकायत का पता चला था लेकिन पूर्व में हुई एक घटना में भी युवक ने दुकान से दवा खरीदने की बात स्वीकर की थी। उस युवक पर पुलिस की नजर थी। जब वह नशीली दवा लेने दुकान पहुंचा तो दबिश देकर दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से नशीली दवा टीम ने बरामद किया है।
विकास कुमार, सीपत थाना प्रभारी