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जर्जर मकानों का सर्वे करने के फरमान का भी नहीं हुआ पालन, 15 दिन बाद भी किसी जोन कमिश्नर ने नहीं दी सूची

locationबिलासपुरPublished: Jul 23, 2023 08:18:48 pm

Submitted by:

KAMLESH RAJAK


बिलासपुर. शहर में जर्जर मकानों का सर्वे करने के लिए आयुक्त के फरमान के बाद भी जोन कमिश्नरों ने काम शुरू नहीं किया है। पत्रिका की खबर के बाद 8 जुलाई को नगर निगम आयुक्त ने मंगल चौक में नाला निर्माण के दौरान इमारत के ढह जाने की घटना के बाद फरमान जारी किया था। अब तक किसी जोन कमिश्नर ने रिपोर्ट नहीं दी है। वहीं शहर में आज भी जर्जर मकान लोगों के लिए आफत बने हुए हैं।

जर्जर मकानों का सर्वे करने के फरमान का भी नहीं हुआ पालन, 15 दिन बाद भी किसी जोन कमिश्नर ने नहीं दी सूची
जर्जर मकानों का सर्वे करने के फरमान का भी नहीं हुआ पालन, 15 दिन बाद भी किसी जोन कमिश्नर ने नहीं दी सूची
शहर में जर्जर मकानों की भरमार होने के बाद भी इन्हे दुरूस्त करने निगम की ओर से पहल नहीं होने के संबंध में पत्रिका ने 7 जुलाई को खबर प्रकाशित की थी। खबर में बताया गया था कि शहर में पुराने हो चुके जर्जर मकानों की जानकारी निगम के पास नहीं है। पहले भी ऐसे मकान ढहकर जानलेवा भी साबित हो चुके हैं । नियम के तहत निगम को मानसून से पहले ऐसे मकानों की सूची जारी करते हुए मकान मालिकों को जीर्णोद्धार कर लेने या इसे ढहा देने के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन ऐसा अब तक निगम अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया था। शहर में करीब 100-120 वर्ष पुराने मकानों भी है साथ ही70 - 80 वर्ष पुराने मकानों की भरमार है। ऐसे मकान शहर के सबसे पुराने बसे क्षेत्रों में अधिक हैं। ऐसे मकानों में रहने वाले भी सुरक्षित नहीं होते और आसपास रहने वालों को भी हादसे का डर बना रहता है। इसके बाद 8 जुलाई को मंगला चौक स्थित एक इमारत नाला निर्माण के दौरान ढह गई थी। नगर निगम आयुक्त कुणाल दुदावत ने फरमान जारी कर शहर के जर्जर मकानों का सर्वे करने के आदेश शहर के सभी 8 जोन कमिश्नरों को दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने 15 दिन बीतने के बाद भी जर्जर मकानों का सर्वे नहीं करा पाया है।
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