बेटा शिकागो में करता है नौकरी, पिता ने मिलने के लिए माँगा यूएस से बीजा तो असेम्बली 36 हजार रुपए लेकर मुकर गई
बिलासपुरPublished: Oct 06, 2019 12:29:49 pm
बिना कारण वीजा आवेदन निरस्त, पीएमओ से शिकायत, जांच के आदेश
बिलासपुर. शहर में रहने वाले पवन कुमार अग्रवाल का वीजा यूएस एम्बेसी दिल्ली द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया। हद तो तब हो गई जब उन्हें वीजा रिजेक्ट करने का कारण भी नहीं बताया गया और जमा की हुई राशी भी वापस नहीं दी गई। इसके बाद पवन अग्रवाल ने मामले की शिकायत पीएमओ में की है। पीएमओ की ओर से बकायदा इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। अग्रवाल की शिकायत है कि यूएस एंबेसी में 90 प्रतिशत लोगों के वीजा रिजेक्ट कर दिए जाते हैं और उन्हें उनकी राशि वापस नहीं की जाती है।
पीडि़त पवन अग्रवाल ने बताया कि उनके पुत्र गौरव अग्रवाल शिकागो में नौकरी करते हैं। अपने पुत्र से मिलने के लिए उन्होंने यूएस एम्बेसी दिल्ली में वीजा के लिए अप्लाई किया था। जिसे बिना उचित कारण के रद्द कर दिया गया और जमा की हुई राशि भी वापस नहीं लौटाई गई है।
यहां की शिकायत :मामले की शिकायत पीएमओ में की है। 3 अक्टूबर को उन्होंने यह शिकायत दर्ज कराइ और सम्बंधित अधिकारी को इस मामले की शिकायत की गई है। पीएम ऑफिस में पब्लिक विंग के अंडर सेक्रेटरी अफसर अम्बुज शर्मा इस मामले को देखंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा अम्बुज शर्मा को मामले की जांच के लिए नियुक्त किया गया है।
इस तरह किया रिजेक्ट
पवन अग्रवाल ने बताया की बेटे से मिलने जाने के लिए उन्होंने वीजा अप्लाई किया था। 1 अक्टूबर को जब इंटरव्यू हुआ तब उनके डाक्यूमेंट्स को देखे बिना ही यूएस एम्बेसी दिल्ली द्वारा वीजा रिजेक्ट कर दिया गया और उनके पैसे भी वापस नहीं किये गए। पवन अग्रवाल का कहना है की इन सब में उनका एक लाख रुपया खर्च हो गया इसके बाद पवन ने पीएमओ को पत्र लिखकर वीजा शुल्क 36000 रुपये वापस लौटाने की माँग की है।