ज्ञात हो कि थोक बाजार में टमाटर की आवक अचानक कम हो जाने से कीमत बढ़ गयी। टमाटर 30 रुपए से बढ़कर 50 से 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। वहीं मुंगा 80, फूल गोभी 80, परवल 60, बैगन 40, धनिया पत्ती 200, मिर्ची 60, चूरचूटिया 50-60, अदरक 150-200, बरबट्टी 40, मूली 40, कोचई 60, बंदगोभी 50, करेला 60, सफेद भांठा 40, सेमी 80, गाजर 80 व लौकी 40 रुपए किलो पहुंच गया है। सब्जियों के दाम बढऩे से गृहणियों का बजट बिगड़ गया है। बताया जाता है कि थोक मण्डी में सब्जीयों की आवक कम आवक हो जाने के कारण यह स्थिति निर्मित हुयी है। यदि यही हालत बनी रही तो सब्जियों की कीमत और ऊपर जा सकती है। वहीं डीजल व पेट्रोल की कीमत में हो रही बढ़ोत्तरी का भी असर पड़ रहा है।
सब्जी विक्रेता सुरेश जायसवाल ने बताया कि लोकल सब्जी मार्केट में कम आने के कारण सब्जियों की कीमत में बढ़ोत्तरी हुयी है। कुछ दिनों तक ऐसा ही और रहने की उम्मीद है। वहीं दीपक नामदेव ने बताया कि लोकल सब्जी की आवक नहीं हो रही है। देशी टमाटर नहीं आ रहा है, जिसके कारण टमाटर की कीमत में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं गृहणी सविता देवी व स्नेहलता श्रीवास का कहना है कि सब्जियों की कीमत बढऩे से बजट गड़बड़ा रहा है। उधर राजू कुमार व आशीष कुमार का कहना है कि हम मध्यमवर्गीय परिवारों को डीजल पेट्रोल की बढ़ी कीमत भी घर चलाने में परेशानी खड़ी कर रही है।