कारीगर जोर-शोर से कर रहे कार्य : दुर्गोत्सव के लिए पंडाल बनाने का कार्य बड़ी तेजी से हो रहा है। कोलकाता व बंगाल से आए हुए कलाकारों द्वारा आकर्षक रूप दिया जा रहा है। प्रत्येक पंडाल में 5 से 25 कारीगर कार्य कर रहे है और भ्भव्य पंडाल का निर्माण कर उसे आकर्षक रूप दे रहे है।
षष्ठी को विराजेंगी मां दुर्गा : मां दुर्गा की प्रतिमाएं षष्ठी की तिथि को विराजेंगी। इसके लिए अभ्भी से तैयारी हो रही है। बंगाली पद्धति में षष्ठी, सप्तमी व अष्टमी के बाद महानवमीं व दसमीं की पूजा होती है। इसी तर्ज पर शहर में भी दुर्गोत्सव की पूजा की जाएगी।
षष्ठी को विराजेंगी मां दुर्गा : मां दुर्गा की प्रतिमाएं षष्ठी की तिथि को विराजेंगी। इसके लिए अभ्भी से तैयारी हो रही है। बंगाली पद्धति में षष्ठी, सप्तमी व अष्टमी के बाद महानवमीं व दसमीं की पूजा होती है। इसी तर्ज पर शहर में भी दुर्गोत्सव की पूजा की जाएगी।