व्यापारी गोडपारा में ढूढ़ते हैं पानी : शनिचरी बाजार में भी पानी की समस्या है। यहां अनाज और किराना व्यापारी संघ के 180 कारोबारी और उनके कर्मचारी संस्थानों में बैठते हैं। संघ द्वारा 150 रुपए मासिक चंदा लिया जाता है, परंतु पीने के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। चार माह से संघ का वॉटर कूलर ठप पड़ा है तो दोनों हैंंडपंप भी बंद पड़े हैं। कारोबारी पीने का पानी लेने के लिए बाइक लेकर गोड़पारा और जूना बिलासपुर इलाके में बॉटल लेकर परिचितों के यहां से पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
तिफरावासी भी प्यासे : तिफरा नगर पालिका में भी जल संकट गहराते जा रहा है। यहां के हैंडपंप तो ठप पड़े ही हैं, पाइप लाइन से भी पानी नहीं आ रहा है। पानी न आने की वजह से लोग हलाकान हैं। बस्ती में एक वाटर प्लांट भी है जहां से गाडिय़ों में पानी का डब्बा भरकर दुकानों और शादी पार्टियों में सप्लाई की जाती है, जबकि बस्ती वाले पीने के पानी तक के लिए तरस रहे हैं।
तालापारा में पाइप लाइन है पर पानी नहीं : इधर तालापारा और कस्तूरबा नगर, पत्रकार कालोनी समेत आसपास के इलाकों में भी पाइप लाइन तो बिछा है परंतु मुख्यमार्ग के घरों में भी पानी नहीं आ रहा है। नल खोलते हैं तो नलों से पानी की जगह प्रेशर से हवा निकलता है। कई बार शिकायत के बाद पिछले चार-पांच दिन से यहां पानी का टैंकर भेजा जा रहा है, टैंकर के पहुंचते ही लोग पानी भरने के लिए बाल्टी और बर्तन लेकर पहुंच कतार लगा पानी भरते हैं।
तिफरावासी भी प्यासे : तिफरा नगर पालिका में भी जल संकट गहराते जा रहा है। यहां के हैंडपंप तो ठप पड़े ही हैं, पाइप लाइन से भी पानी नहीं आ रहा है। पानी न आने की वजह से लोग हलाकान हैं। बस्ती में एक वाटर प्लांट भी है जहां से गाडिय़ों में पानी का डब्बा भरकर दुकानों और शादी पार्टियों में सप्लाई की जाती है, जबकि बस्ती वाले पीने के पानी तक के लिए तरस रहे हैं।
तालापारा में पाइप लाइन है पर पानी नहीं : इधर तालापारा और कस्तूरबा नगर, पत्रकार कालोनी समेत आसपास के इलाकों में भी पाइप लाइन तो बिछा है परंतु मुख्यमार्ग के घरों में भी पानी नहीं आ रहा है। नल खोलते हैं तो नलों से पानी की जगह प्रेशर से हवा निकलता है। कई बार शिकायत के बाद पिछले चार-पांच दिन से यहां पानी का टैंकर भेजा जा रहा है, टैंकर के पहुंचते ही लोग पानी भरने के लिए बाल्टी और बर्तन लेकर पहुंच कतार लगा पानी भरते हैं।