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इस शहर में और 20 फीट नीचे चला गया जलस्तर, पीने के पानी के लिए मचा हाहाकार

locationबिलासपुरPublished: May 08, 2019 11:18:13 am

Submitted by:

Murari Soni

दिनों से जल स्तर गिरने से शहर में पानी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। पानी का प्रेशर कम होने से टंकिया आधी भरती हैं। वहीं पंप से पानी का फोर्स कम हो गया है।

Water level below 20 feet in Bilaspur Chhattisgarh

इस शहर में और 20 फीट नीचे चला गया जलस्तर, पीने के पानी के लिए मचा हाहाकार

.जलसंकट गहराया: जिम्मेदार नेता-अफसर बना रहे बातें

.जल स्तर गया पाताल में, प्रेशर कम होने से नहीं भर रहीं पानी की टंकियां

बिलासपुर. दिनों से जल स्तर गिरने से शहर में पानी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। पानी का प्रेशर कम होने से टंकिया आधी भरती हैं। वहीं पंप से पानी का फोर्स कम हो गया है। निजी बोर सूखने के कारण नगर निगम में टेपनल कनेक्शन की मांग एकाएक बढ़ गई है। सबसे गंभीर बात यह है कि शहर के लोगों को शुद्ध और भरपूर पानी पिलाने की जिम्मेदारी संभालने वाले नगर निगम के अफसर सिर्फ बातें कर रहे हैं। राज्य सरकार भी इस समस्या की गंभीरता को नहीं समझ रही है।
मई माह में पारा लगातार बढ़ रहा है। इसी के साथ पानी की मांग भी बढ़ रही है और आकलन को मानें तो शहर में पानी की खपत दोगुनी हो गयी है। पानी के लगातार दोहन से जल स्तर में लगातार गिरावट होने से सरकारी व निजी बोर सूख रहे हैं और जहां चल रहे हैं वहां पानी निकलना कम हो गया है। इस कारण न तो टंकिया भर पा रही है और न ही पंप पूरा फोर्स से पानी दे पा रहे हैं। शहर की दर्जन भर टंकियों का यही हाल है। रिहायशी एरिया के घरों के पंप सूखने से टेपनल की मांग बढ़ गई है। नगर निगम की हालत ऐसी है कि वे किसी को मना भी नहीं कर पा रहे हैं और न ही पानी की मांग पूरा कर पा रहा है। भीषण जल संकट से जूझ रहे शहर का पानी जब पाताल पर जाने लगा तब भी नेता और अधिकारी आश्वासनों से काम चला रहे हैं। जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरुक करने के लिए अभियान छेड़ा जा रहा है। आम जनता से पानी का कम उपयोग करने की अपील की जा रही है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
-शहर में पानी की समस्या दिनों दिन गहराती जा रही है लेकिन कुछ जगहों पर नए बोर कराए जा रहे हैं जहां जररुत पड़ रही है पानी टैंकर भेजा जा रहा है। एसईसीएल से बोर के लिए राशि की मांग की गई है।
शैलेष पाण्डेय, विधायक
&पंप खनन के लिए शासन से स्वीकृति मिल गई है। कुछ जगहों पर बोर खनन कार्य शुरु कर दिया गया है। सात करोड़ रुपए की मांग की गई है । लेकिन एक रुपए नहीं मिला है। इसलिए लोगों ने जल संवर्धन व संरक्षण की अपील कर रहे हैं।
किशोर राय, महापौर
–पानी 20 फीट नीचे चला गया है। सात करोड़ रुपए की मांग की गई लेकिन फूटी कौड़ी नहीं मिला है। राशि समय रहते मिल जाता तो प्लानिंग के हिसाब से काम होता और लोगों को इतनी तकलीफ नहीं होती।
रमेश जायसवाल, चेयरमेन जल विभाग ननि
–जल स्तर गिरने के कारण टंकिया नहीं भर पा रही है। पंप की फोर्स आधी हो गई है। निजी बोर सूखने के कारण लोग ननि के उपर निर्भर हो गए हैं। जहां जहां शिकायत मिल रही है। मौके पर जाकर चेक किया जा रहा है।
संजीव बृजपुरिया, कार्यपालन यंत्री नगर निगम
फैक्ट फाइल
25 पानी की टंकियां।
31 पानी का टैंकर।
560 पंप वार्डो में लगे हैं।
25 नए बोर किए जाएंगे।
20 फीट जल स्तर नीचे चला गया है।
7 करोड़ शासन से मांगे अब फूटी कौड़ी नहीं मिली।
60 नए नल कनेक्शल लगाने के लिए आवेदन

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