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जाने-अनजाने हमारे शहर में कितने हो गए एड्स के मरीज, 10 सालों में कहां पहुँच गया आंकड़ा

locationबिलासपुरPublished: Dec 01, 2019 12:09:12 pm

Submitted by:

Murari Soni

what is aids: सिम्स के एआरटी सेंटर में हर साल बढ़ रहे एड्स मरीज

जाने-अनजाने हमारे शहर में कितने हो गए एड्स के मरीज, 10 सालों में कहां पहुँच गया आंकड़ा

जाने-अनजाने हमारे शहर में कितने हो गए एड्स के मरीज, 10 सालों में कहां पहुँच गया आंकड़ा

बिलासपुर. स्वास्थ्य विभाग एड्स के प्रति जागरुकता लाने के लिए हर साल लाखों रुपए खर्च करती है लेकिन इस बीमारी की जानकारी लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है। इस रोक लगने के बजाय इसके मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एड़स के जागरुकता के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति की जा रही है।
सिम्स के एआरटी सेंटर की आंकड़ों पर करें तो 2010 से अब तक यहां पर बिलासपुर संभाग के 6186 पीडित पहुंचे है। जिनका इलाज चल रहा है। वहीं इस साल एक अप्रैल से अक्टूबर तक 488 नए मरीज खोजे गए है। इस सेंटर को खोलने का मुख्य उद्देश्य एचआइवी व एडस पीडितों का उपचार करना है और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोडकर पूरे जीवन काल तक जीवित रखना है।
एआरटी सेंटर में वर्तमान में 6186 मरीजों को उपचार चल रहा है। इस संबंध में एआरटी सेंटर के प्रभारी डॉ. पीके श्रीवास्तव का कहना है कि औसतन हर साल 500 से लेकर 700 तक नए मरीज मिल रहे है। अधिकारी के मुताबिक जितने संख्या में एचआइवी, एडस मरीज का अभी उपचार हो रहा है। उतने ही संख्या में अभी और मरीज मिलने की आशंका है। बस उन्हें खोजने की आवश्यकता है। टीम ऐसे मरीजों की खोज कर रही है और जैसे जैसे मरीज मिलते जा रहे हैं, उनके उपचार की व्यवस्था की जा रही है।
..हर साल मरीज बढ़ रहे हैं….

2017 – 702

2018 – 621

2019 – 488 अक्टूबर माह की संख्या

…ये हैं प्रमुख कारण ….

– असुरक्षित यौन संबंध।

– संक्रमित सुई का बार-बार उपयोग।
– वेश्यावृत्ति।

– एचआइवी पीडिता से जन्मा बच्चा।

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