scriptकभी 18 हजार थी इस शहर की जनसंख्या, आज पौने चार लाख | World population day 2019: Four lakh population Bilaspur city | Patrika News

कभी 18 हजार थी इस शहर की जनसंख्या, आज पौने चार लाख

locationबिलासपुरPublished: Jul 11, 2019 11:40:23 am

Submitted by:

Murari Soni

World population day 2019: सन 1901 में 18937 थी बिलासपुर की आबादी, 2011 में 365579 पहुंच गई, 1951 से 1961 के बीच आया 121.36 प्रतिशत का तेज उछाल

population census

population census

बिलासपुर. बीते 120 वर्ष में बिलासपुर की जनसंख्या (World population day 2019) 121 फीसद तक बढ़ गई। यानि इंसानी संख्या साल दर साल बढ़ी, लेकिन सहूलियतों में अपेक्षित, अनुकूल इजाफा नहीं हुआ। नतीजा ये है कि हमारे शहर में 2019 में बीती और इस सदी का भीषण जलसंकट आया। गलियों को पघारकर चौड़ा किया गया, परंतु 2000 में आरटीओ में पंजीकृत वाहन चंद हजार ही थे, वे अब लाखों में पहुंच गए। ऐसी ही लचर रफ्तार स्वास्थ्य सुविधाओं में भी रही।
एक अदद जिला अस्पताल से सरकारी अस्पताल सिर्फ एक सिम्स ही बढ़ सका। वहीं शिक्षा जगत में आबादी के अनुरूप बिलासपुर में आधी-अधूरी सेंट्रल यूनिवर्सिटी को छोड़ दें तो आईआईटी, ट्रिपल आईटी, एनआईटी-आईआईएम, एम्स, रेलवे मेडिकल कॉलेज जैसी अनेक संस्थाओं से शहर महरूम है। रेलवे के जोन मुख्यालय है पर अब भी करीब बीस हजार रेल कर्मियों और उनके परिवारों के इलाज के लिए दीगर निजी अस्पतालों के अनुबंध के सहारे हंै।
World population day 2019: Four lakh population Bilaspur city
रेल का जितना बड़ी अधोसंरचना है,उस लिहाज से रेल अधिकारियों कर्मचारियों के लिए रेल प्रशासन का अपना कोई चिकित्सा सेटअप नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा गुरु घासीदास को मिला पर यह दूसरे प्रदेशों के केंद्रीय विवि के समान अब तक पहचान नहीं बना पाया। आज भी बुनियादी कोर्स करने के लिए छात्रों को अन्य शहरों का रुख करना पड़ता है।
आलम यह है कि अब भी इस शहर को महानगर बनने में बरसो लग जाएंगे, यह विकास की रफ्तार से अहसास होने लगा है। स्वास्थ्य की बात करें तो जिले के पास सिम्स है हर दिन औसतन 500 से 700 लोग यहां इलाज के लिए पहुंचते हैं। कभी यहां दवाई नहीं होती, तो कभी संसाधन नहीं होते। ले-दे कर अब यूजी के कोर्सेस को पटरी पर लाया जा सका है पीजी कोर्स अभी भी अधर में है। निजी क्षेत्र में इलाज की सुविधा में थोड़ी वृद्धि हुई । लेकिन यह इलाज से ज्यादा इसके महंगे इलाज के लिए ज्यादा चर्चित हो गए ।
शहर की सिवरेज परियोजना तब और अब तक अबूझ पहेली बनीं हुई है। बढ़ रही जनसंख्या और पानी की मांग के अनुरूप शहर का अंडर ग्राउंड वाटर खत्म होने के कगार पर है। ऐसे में हम भले ही महानगर होने का गुमान पाल लें पर आज भी सुविधाएं और संसाधन इस जनसंख्या के गति के अनुरूप अपना विकास मांग रहे हैं। उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से बिलासपुर का रिकार्ड साल 1901 से उपलब्ध है जब यहां की आबादी 18937 थी। साल 1901 से लेकर आज तक की स्थिति को देखें तो ये वो बिलासपुर नहीं है ऐसा कहा जाता है।
आज हर क्षेत्र में इसकी पहचान है, चाहे वो विकास का मामला हो या फिर चुनौती का। 1901 से लेकर आजतक यदि जनसंख्या के सफर की बात करें तो इसका ग्राफ लगातार बढ़ता ही रहा है। साल 1901 से लेकर आज तक के बीच 1951 से 1961 का दशक बिलासपुर की आबादी में जबरदस्त उछाल वाला दशक रहा है। जब इसके आबादी में 121.76 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। जबकि साल 1901 से 11 और साल 1941 से 51 का दशक सबसे कम वृद्धि दर के लिए दर्ज है। साल 1901 से 11 के बीच 4.82 प्रतिशत की उछाल है तो साल 1941 से 51 के बीच 4.38 प्रतिशत का उछाल है।
क्या कहता है सेंसेक्स
अब यदि भारत सरकार के साल 2011 के सेंसस डेटा को देखें तो इसमें बिलासपुर में 77065 हाउस होल्ड्स हैं। जिसमें 365579 लोग निवास करते हैं। 48.53 स्कावयर किलोमीटर के क्षेत्रफल में आबादी का घनत्व 7533 बताया गया है। कुल आबादी में पुरुषों की संख्या 188342 है तो महिलाओं की संख्या 177237 है। वहीं अनुसूचित जाति की कुल आबादी 49663 है जबकि इसमें पुरुषों की संख्या 25543 है और महिलाओं की संख्या 24120 है। वहीं अनुसूचित जनजाति की संख्या 17868 है इसमें पुरुष की संख्या 9089 और महिला की संख्या 8779 है।
धीमी गति सेक्स रेशियो
सेंसस के अनुसार यदि जिले के सेक्स रेशियो की बात करें तो तीन रिपोर्ट के अनुसार इसमें बहुत ज्यादा फर्क नहीं दिखता है। 1991 में रेशियो 914 था तो 2001 में ये 921 हुआ जबकि 2011 में इसका रेशियो 941 पर पहुंचा है।
सिरगिट्टी की स्थिति
सिरगिट्टी इलाके के जनसंख्या की बात करें तो ये साल 1971 से उपलब्ध है। ऐसे में इस वक्त यहां की आबादी 5936 थी जो साल 1981 में 23.2 प्रतिशत बढकऱ 7313 हो गई। जबकि साल 1991 में 9087, 2001 में 12520, 2011 में 18428 हुई। सबसे ज्यादा उछाल 2001 से 2011 के बीच दर्ज किया गया जो कि 47.19 प्रतिशत रहा।
ये है ग्राफ
साल आबादी प्रतिशत वृद्धि
1901 18937
1911 19850 4.82
1921 24295 22.39
1931 31374 29.14
1941 3746 19.4
1951 39099 4.38
1961 86706 121.76
1971 127228 46.73
1981 174260 36.97
1991 207965 19.34
2001 275694 32.57
2011 365579 32.60
————————————————————————
बिलासपुर शहरी इलाकों की स्थिति
तिफरा
हाउस होल्ड- 6708
कुल आबादी- 30465
पुरुष- 15796
महिला- 14669
सेक्स रेशियो- 929
—————————————————
कोनी
हाउस होल्ड- 1515
कुल आबादी- 7065
पुरुष – 3628
महिला- 3437
सेक्स रेशियो- 947
—————————————-
सिरगिट्टी
हाउस होल्ड- 2908
कुल आबादी- 18428
पुरुष- 9481
महिला- 8947
सेक्स रेशियो- 944
——————————————-
लिंगियाडीह
हाउस होल्ड- 5094
कुल आबादी-22209
पुरुष-11337
महिला-10872
सेक्स रेशियो- 959
——————————————
देओरी
हाउस होल्ड- 3831
कुल आबादी- 17265
पुरुष- 8746
महिला- 8519
सेक्स रेशियो- 974
————————————
मेहमंड
हाउस होल्ड- 1767
कुल आबादी- 8231
पुरुष- 4200
महिला- 4031
सेक्स रेशियो- 960
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो