कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि इस आदिवासी रैली में बस्तर संभाग से लेकर पूरे प्रदेशभर के आदिवासी शामिल हुए। रैली के माध्यम से अपने प्रकृति देवी-देवताओं को नमन कर रहे थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आदिवासी समाज की वजह से छत्तीसगढ़ की अपनी कला एवं संस्कृति है। प्रदेश में इन्हें संरक्षित करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। नया राजधानी रायपुर में शहीद वीरनारायण सिंह के नाम पर 25 करोड़ रूपए का संग्राहालय बनाया जा रहा है। यहां आदिवासियों के विद्रोह, संघर्षों और उनके कला तथा संस्कृतियों को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आदिवासी समाज के योगदान का दस्तावेज होना जरूरी है। यह किया भी जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आदिवासी परम्पराओं को जीवित रखने देवगुड़ी स्थापना की स्वीकृति दिए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम में आदिवासी समाज के सभी मांगों पर चर्चा करने की बात कहते हुए शहर में राजा चक्रधर सिंह पोर्तें की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने देश के पहले सर्जिकल स्ट्राइक में अपना अहम योगदान देने वाले आदिवासी समाज के कैप्टन उदयभान सिंह सहित समाज के विभूतियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के युवाओं को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली समितियों को स्वेच्छानुदान मद से 25-25 हजार की राशि देने की घोषणा की।