नाले-नालियों की सफाई मैन्युअल : शहर के नाले-नालियों की सफाई का कार्य निगम का अमला मैन्युअल ही कर रहा है। कलवर्ट आदि ऐसे जगहों पर जहां जाम की स्थिति है, वहां के लिए निगम ने 4 जेटिंग मशीनें खरीदी हैं। इसे ावश्यकतानुसार कार्य में लगाया जाता है।
कछार में 35 करोड़ का संयंत्र ऐसे करेगा काम, 10 साल की मेहनत रंग लाई : रविवार को उद्घाटित शहर के समीप ग्राम कछार में स्थापित ठोस अपशिष्ट प्लांट छत्तीसगढ़ का प्रथम और भारत का द्वितीय पूर्ण रूप से ढंका हुआ मैकेनाइज्ड एरोबिक प्लांट होगा। इस प्लांट में गीले कचरे से खाद और सूखे कचरे से आरडीएफ (रिफ्यूज डिराइव्ड फ्यूल) बनाया जाएगा। लगभग पौने चार लाख की आबादी वाले बिलासपुर शहर से रोजाना लगभग 180 टन कचरा निकलता है। शहरी कचरे का निपटान महानगरों में एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिलासपुर नगर निगम पिछले 10 साल से यहां ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन लागू करने प्रयासरत रहा। शासन ने निगम प्रशासन को कचरे के संपूर्ण निदान के लिए पहले मंगला छपराभाठा में फिर वहां विरोध होने पर ग्राम कछार में 25 एकड़ भूखंड प्रदाय किया, लेकिन इस पर काम शुरू नहीं हो सका। 10 साल बाद निगम प्रशासन का यह प्रयास सफल हो सका है। इस प्लांट के शुरू होने के बाद सफाई को और गति मिलेगी। हम अपने अभियान में सफल होंगे।
50 टन कम्पोज खाद का रोज होगा उत्पादन : गीले कचरे को मेकेनिकल सेंसर में डालकर एरोबिक स्टेटिक पिल्स में भेजा जाएगा। गीले कचरे को मशीन से क्रश कर रखा जाएगा जिससे जैविक प्रक्रिया में तेजी आएगी और जल्द कॉम्पोस्ट बन सकेगा। इससे रोजाना लगभग 50 टन खाद तैयार होने की उम्मीद है।
सफाई में नागरिकों की सहभागिता आवश्यक : शहरी कचरे का निदान महानगरों के लिए बड़ी समस्या बनकर उभर रही है। निगम प्रशासन ने ऐसी स्थिति के बाद भी शहर के 4000 से अधिक शहरों के बीच 22वें नंबर पर अपना स्थान बनाया है। इसे और बेहतर कराने दो कंपनियों को काम दिया गया है। आवश्यकता नागरिकों के सहभागिता की है, वे भी शहर को सुंदर बनाने में सहयोग प्रदान करें।
सौमिल रंजन चौबे,आयुक्त नगर निगम बिलासपुर
एनजीटी ने छग को बनाया मॉडल : प्रदेश को शहरी कचरे के निदान में सराहना मिली है। एनजीटी ने छत्तीसगढ़ के मॉडल को पूरे देश में न सिर्फ श्रेष्ठ बताया है, बल्कि सभी राज्यों को इस मॉडल को अपनाने की सलाह भी दी है। प्रदेश का यह पहला ठोस अपशिष्ठ प्लांट पूरी तरह कवर्ड और प्रदूषण रहित है प्लांट में संपूर्ण कचरे का निदान किया जाएगा।
सौमिल रंजन चौबे, आयुक्त नगर निगम बिलासपुर