बलौदा बाजार जिले के कसडोल अंतर्गत ग्राम छेछर निवासी योगेश प्रसाद वर्मा पिता पुरुषोत्तम वर्मा ने 8 सितंबर को आईजी दिपांशु काबरा को ज्ञापन सौंप बताया कि 22 नवम्बर 2015 को सीएएफ की भर्ती बिलासपुर में हो रही थी, जिसमें वह शामिल होने आया था। आरक्षक विष्णु प्रसाद कश्यप बैच नंबर 79 निवासी विचारपुर मुंगेली ने अधिकारियों से जान पहचान होने का हवाला देकर पैसे देने पर नौकरी लगने की बात कही थी। झांसे में आकर आरक्षक को 2 लाख 70 हजार रुपए दिए थे। रकम देने के के बाद नौकरी नहीं लगने पर उन्होंने पैसे वापस मांगे थे। आरक्षक ने उन्हें 3 चेक दिए थे। चेक बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गए थे। इसके बाद दोबारा रकम मांगने पर आरक्षक विष्णु प्रसाद ने पैसे देने से इनकार कर दिया था।
शिकायत पर पहले कोर्ट जाने की दी सलाह
योगेश ने शिकायत सिविल लाइन पुलिस से जनवरी 2019 में की थी। पुलिस ने उसे कोर्ट जाने की हिदायत दी थी। इसके बाद योगेश ने तत्कालीन एसपी से शिकायत की थी। एसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ 19 मार्च 2019 को अपराध दर्ज किया था।
योगेश ने शिकायत सिविल लाइन पुलिस से जनवरी 2019 में की थी। पुलिस ने उसे कोर्ट जाने की हिदायत दी थी। इसके बाद योगेश ने तत्कालीन एसपी से शिकायत की थी। एसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ 19 मार्च 2019 को अपराध दर्ज किया था।
कोतवाली और सीएसपी दे रहे कार्रवाई का आश्वासन
आईजी काबरा को सौंपे गए ज्ञापन में योगेश ने बताया है कि आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने से कोतवाली पुलिस कतरा रही है। वह लगातार 40 बार कोतवाली टीआई और सीएसपी से संपर्क कर चुके हैं। हर बार दोनों अधिकारी उन्हें सिर्फ आश्वासन देते आ रहे हैं। दोनों अधिकारी आरक्षक को बचाने में लगे हैं। योगेश ने जल्द कार्रवाई नहीं करने पर कोतवाली थाने के सामने भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है।
आईजी काबरा को सौंपे गए ज्ञापन में योगेश ने बताया है कि आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने से कोतवाली पुलिस कतरा रही है। वह लगातार 40 बार कोतवाली टीआई और सीएसपी से संपर्क कर चुके हैं। हर बार दोनों अधिकारी उन्हें सिर्फ आश्वासन देते आ रहे हैं। दोनों अधिकारी आरक्षक को बचाने में लगे हैं। योगेश ने जल्द कार्रवाई नहीं करने पर कोतवाली थाने के सामने भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है।