इस पद्धति में इलाज से पहले मरीज को हाथ रगड़ने के लिए कहते हैं। इस दौरान जो लालिमा उसके हाथ पर आती है मरीज की ऊर्जा के स्तर को दर्शाती है। ऊर्जा को मांपने के लिए दाएं हाथ की छोटी अंगुली के बीच के पॉइंट को दबाया जाता है। इस दौरान उसे दर्द होता है तो इसका मतलब है कि उसका एनर्जी लेवल कमजोर है। इसे ठीक करने के लिए उस बिंदु को पहले दिन 15-20 सैकंड तक दबाते हैं। दिन ब दिन समयावधि बढ़ाते हैं। अंगूठे व तर्जनी अंगुली के बीच का हिस्सा नियमित दबाने से छोटे-मोटे रोगों से निजात पाई जा सकती है।
एक्यूप्रेशर खाने से पहले या खाने के आधे घंटे बाद ही करें। सुबह 5-6 के बीच शरीर में बेहतर ऊर्जा का संचालन होता है। इस दौरान इस प्रक्रिया को किया जाए तो फायदा होगा। ध्यान देने की बात है कि इसे बिना विशेषज्ञ की सलाह के न करें क्योंकि गलत पॉइंट दबने से परेशानी बढ़ सकती है।
हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर दाएं हाथ की छोटी अंगुली में दर्द होता है। इसे समय रहते दबाने से हार्ट अटैक को रोका जा सकता है। अंगूठे के ऊपरी भाग की मसाज से गर्दन दर्द में आराम होता है। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए दोनों हाथ के अंगूठे के बाद अंगूठे व अंगुलियों के बीच वाले स्थान को रगडऩे से आंखों की रोशनी बढ़ती है व आंख संबंधी विकार दूर होते हैं। सुनने संबंधी समस्या होने पर दाएं हाथ की छोटी अंगुली के बीच वाले स्थान को 10-15 सैकंड के लिए दबाएं।
– कमरदर्द की समस्या में दाएं हाथ के अंगूठे की हथेली पर मौजूद 5 पॉइंट को 15-20 सैकंड से एक से डेढ़ मिनट तक दबाने से फायदा होता है।
– पैरों की चारों अंगुलियों की 10-10 मिनट तक मालिश करने से बिंदुओं पर दबाव पड़ने से घुटनों का दर्द दूर होता है।