ब: असहमत
2. आपको डॉक्टर या डाइटीशियन कुछ अच्छा खाने की सलाह देते हैं तो आप मुंह बनाने लगते हैं?
अ: सहमत
ब: असहमत
3. हाजमा खराब हो तो आपको लगता है कि खाना-पीना ही इसकी एकमात्र वजह है ?
अ: सहमत
ब: असहमत
4. आप देसी या असली चीजों को इसलिए महत्व नहीं देते क्योंकि उनका रूप आपको आकर्षक नहीं लगता ?
अ: सहमत
ब: असहमत
5. आपके परिवार में खाने-पीने की ऐसी आदतें हैं कि मीठी चीजों के लिए संयम रखना मुश्किल होता है ?
अ: सहमत
ब: असहमत
6. आपको लगता है कि खाने-पीने की अच्छी व असली चीजें केवल गांव या यादों में ही मिलती हैं ?
अ: सहमत
ब: असहमत
7. पार्टी आदि में खाने-पीने के चक्कर में आप सेहतमंद आदतों को भूल जाते हैं ?
अ: सहमत
ब: असहमत
8. खाने-पीने की पसंद-नापसंद को गुणवत्ता की बजाय स्वाद और पूर्वाग्रहों से तय करते हैं ?
अ: सहमत
ब: असहमत
9. आप बहुत ज्यादा ‘माउथ पब्लिसिटी’ करते हैं और दूसरे लोगों पर अपने जैसा बनने का दबाव भी डालते हैं ?
अ: सहमत
ब: असहमत
स्कोर और एनालिसिस –
आपको ‘असल’ की पहचान नहीं : यदि आप 7 सवालों से सहमत हैं तो यही समझ आता है कि आपने जैसे-तैसे वाले शॉर्टकट अपना लिए हैं। सही और गलत की आपकी पहचान समझौते पर टिकी है और यही कारण है कि खाने-पीने की गलत आदतें आपकी सेहत पर भारी पड़ रही हैं। जो अच्छा है, उसे महत्व दें, आप निश्चित रूप से अच्छी और असली चीजों की ओर लौटेंगे।
आप ‘असली’ सेहतमंद हैं : यदि आप 7 सवालों से सहमत नहीं हैं तो ऐसा लगता है कि आपने अपनी सेहत को प्रभावी अनुशासन में बांधकर रखा है। सेहत को सही दिशा देने के लिए आप श्रम भी करते हैं और त्याग भी। यही वजह है कि आपकी छोटी समस्याएं सेहत पर भारी नहीं पड़तीं। अपनी आदतों को बनाए रखिए।