– गुलाल का प्रयोग ना करें क्योंकि कैमिकल युक्त रंगों की वजह से कई प्रकार के त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं जिससे गर्भपात होने व समय से पूर्व प्रसव पीड़ा हो सकती है।
– जहां तक हो फल और फूल से बने प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें यह महिला और उसके गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए काफी सुरक्षित होते हैं। हर्बल डाई जिसमें फूल का निचोड़ होता है वह एंटीऑक्सीडेंट का काम करती है। गीली होली ना खेलें क्योंकि पानी में फिसलने की आशंका रहती है।
– होली में मिठाइयां व तली हुई चीजें कम ही खाएं। भांग और ठंडाई ना पीएं इनसे ब्लड प्रेशर व हार्ट बीट बढ़ सकती है। आपातकालीन किट और डॉक्टर के नंबर तैयार रखेंं।