छह माह की उम्र के बाद बच्चों को बुखार, दस्त लगने व चिड़चिड़ेपन जैसी दिक्कतें होती हैं। ज्यादातर माता-पिता या घर के बड़े इन लक्षणों को दांत निकलने से होने वाली दिक्कतें समझ बैठते हैं। दरअसल दांत निकलना एक सामान्य प्रक्रिया है। इस दौरान सामने आने वाले लक्षणों का मुख्य कारण संक्रमण है जो बार-बार बच्चे के कुछ-न-कुछ मुंह में रखने से होता है। ऐसा दांत निकलने के दौरान होने वाली खुजली को मिटाने के लिए वह करता है।
साफ-सफाई का रखें खास खयाल - छह माह बाद बच्चे घुटनों के बल चलने लगते हैं व सामने आने वाली हर वस्तु को पकडक़र खाने की कोशिश करते हैं जिससे संक्रमण होता है। ऐसे में सफाई का ध्यान रखें।
अच्छा हो खानपान - मां का दूध जारी रखने के साथ बच्चे को नियमित रूप से दलिया, खिचड़ी, केला, आलू जैसी चीजेेंं को खिलाते रहें। इनसे मसूढ़ों में मजबूती आने के साथ उसे पोषण भी मिलता रहेगा।
दवाएं न दें -दांत निकलने की प्रक्रिया में अक्सर माता-पिता बच्चे को दवाएं देते हैं, जो गलत है। ऐसा करने से बच्चे पर दवाओं का दुष्प्रभाव होने की आशंका बनी रहती है।