सुबह उठकर दो गिलास गुनगुना पानी, आधे नींबू का रस मिलाकर पीना भी एक अच्छी आदत है। इससे आंतों की सफाई होती है और कब्ज आदि की समस्या भी नहीं रहती।
गेहूं को पिसवाकर उसका चोकर युक्त आटें का सेवन करना पेट के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।
त्रिफला चूर्ण यानी हरड़, बहेड़ा और आंवले का मिश्रण आंतों की सफाई के लिए बेहद असरकारक साबित होता है। इससे एसिडिटी और शरीर में पानी इक्कठा होने जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं। इतना ही नहीं यह लिवर की भी सफाई करता है। रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला चूर्ण लेना फायदेमंद होता है।
पपीता पाचन प्रणाली का मित्र फल है। पपीते में मौजूद पेपन नामक एंजाइम खाना पचाता है और आंतों को साफ रखता है। रात को भोजन करने से पहले पपीते की एक-दो फांक खाना लाभकारी होता है।
ग्रीन टी भी आंतों के डिटॉक्सीफिकेशन में सहायक होती है। इसमें कैटेचीन और गैलेट्स जैसे लाभकारी तत्व होते हैं जो चर्बी घटाते हैं व लिवर की भी सफाई करते हैं।
चोकर युक्त आटा पेट के लिए लाभकारी होता है। साथ ही आप गर्म दूध में चोकर मिलाकर भी पी सकते हैं।