दौरा पड़े तो : व्यक्ति को करवट से लिटा दें और उसे घेरकर खड़े न हों। उसके कपड़ों को ढीला कर दें। मुंह के झाग साफ करके, आसपास से नुकीली चीजें हटा दें।
इलाज : एक दिन में अगर किसी व्यक्ति को 4-5 बार दौरा पड़े तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। मिर्गी का इलाज 4-5 साल चलता है और रेगुलर ट्रीटमेंट से 80-90 फीसदी मरीजों को दौरों में आराम मिल जाता है।
क्या न करें : जूता न सुघाएं, मुंह पर पानी न डालें, मुंह में कपड़ा न ठूंसें, मरीज को पकड़े नहीं।
विशेषज्ञ की राय : मिर्गी पीड़ित से सामान्य व्यवहार करें। झाड़-फूंक की बजाय विशेषज्ञ से इस रोग का पूरा इलाज कराएं। ऐसे लोगों के वैवाहिक जीवन में कोई परेशानी नहीं होती और वे अन्य लोगों की तरह ही माता-पिता बन सकते हैं।