अदरक को सबसे महत्वपूर्ण बूटियों में से एक माना गया है भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथों में अदरक को सबसे महत्वपूर्ण बूटियों में से एक माना गया है। यहां तक कि उसे अपने आप में औषधियों का पूरा खजाना बताया गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सक इसको एक शक्तिशाली पाचक के रूप में लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह पाचक अग्नि को भड़काता है और भूख बढ़ाती है। इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाते हैं। आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द, मतली और गति के कारण होने वाली परेशानी के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। एंटी ऑक्सिडेंट इम्युनिटी बढ़ाते हैं अदरक कई बीमारियों से बचा सकती है। इसमें कैल्शियम, आयरन, कॉपर, मैग्नीशियम जिंक तत्त्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सिडेंट इम्युनिटी बढ़ाते हैं। दूर होती जकडऩ तापमान घटने पर सीने में जकडऩ या सांस लेने में भारीपन महसूस हो तो अदरक के रस को शहद के साथ लेने से आराम मिलता है। ये हैं फायदे पसलियों में दर्द होने पर अदरक के टुकड़े को एक गिलास पानी में उबालें। ठंडा कर आधा-आधा कप दिन में चार बार लें। एसिडिटी होने पर सौंठ (छोटा टुकड़ा), काला नमक व हींग (चुटकीभर) मिला लें। इसे खाने से राहत मिलती है। इसे अधिक मात्रा में न लें।