ऐसे होता इलाज: अविकसित आहार नाल, श्वास व खाने की नली का जुड़ा न होना। मलद्वार या मूत्र अंग का अवरुद्ध होना, सिर में पानी, रीढ़ की हड्डी में गांठ, सीने व पेट के बीच की दीवार का नहीं होना आदि का इलाज सर्जरी से होता है।
दूरबीन से सर्जरी: शिशु की लैप्रोस्कोपी सर्जरी शरीर में छोटे छिद्रों के माध्यम से की जाती है। सर्जरी में ध्यान रखा जाता है कि शिशु को कोई संक्रमण न हो और उसके शरीर का तापमान नियंत्रित रहे।
डॉ. अतुल गुप्ता, पीडियाट्रिेक सर्जन
दूरबीन से सर्जरी: शिशु की लैप्रोस्कोपी सर्जरी शरीर में छोटे छिद्रों के माध्यम से की जाती है। सर्जरी में ध्यान रखा जाता है कि शिशु को कोई संक्रमण न हो और उसके शरीर का तापमान नियंत्रित रहे।
डॉ. अतुल गुप्ता, पीडियाट्रिेक सर्जन