अनुलोम-विलोम की तीन क्रियाओं से बढ़ती एकाग्रता
International Yoga Day 2019: दुनियाभर में 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है। योग सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है। आसन के जरिए खुद को फिट और निरोग रखने वाली यह पद्धति अब दुनिया के कोने-कोने में पहुंच गई है।
प्राणायाम सांसों को क्रमबद्ध तरीके से लेने-छोड़ने की क्रिया
प्राणायाम सांसों को क्रमबद्ध तरीके से लेने-छोड़ने की क्रिया है। इसमें अनुलोम-विलोम दिमाग से लेकर प्रमुख अंगों तक ऑक्सीजन की पूर्ति करता है। इसकी तीन क्रियाएं हैं- पूरक (धीमी गति से सांस लेना), कुंभक (अंदर ली गई सांस को क्षमतानुसार थोड़ी देर रोकना) व रेचक (धीरे-धीरे सांस को बाहर छोडऩा)। अंगूठे के बगल की दो अंगुलियों को भौंहों के बीच रखने से आज्ञा चक्र जागृत होता है जो एकाग्रक्षमता बढ़ाता है। जानें विधि-
1 सबसे पहले जमीन पर दरी बिछाकर सुखासन, वज्रासन या पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद आंखों को बंद कर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें।
2 दाएं हाथ के अंगूठे से दाएं नथुने को बंद करेंं और बाएं नथुने से सांस अंदर लें। फिर बाएं नथुने को छोटी अंगुली यानी कनिष्ठिका से बंद करें। दाएं नथुने से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर छोड़ें। ऐसा बाएं नथुने से दोहराएं।
ध्यान रखें : सांसों को धीरे-धीरे 8 की गिनती में छोड़ें। प्रक्रिया को शुरुआत में 3 मिनट व अभ्यास होने के बाद 10 मिनट करें।
फायदे : हृदय की सेहत को दुरुस्त कर यह विषैले तत्त्वों को बाहर निकालकर नाड़ियों और शरीर का शुद्धिकरण करता है।
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