बॉडी एंड सॉल

एक जैसे खेल से भी जोड़ों में दर्द

गलत मुद्रा में बैठना या चलना जोड़ों पर बुरा असर डाल सकता है। इसके अलावा डेस्क जॉब के दौरान लगातार एक ही मुद्रा में बैठे रहना भी सही नहीं होता।

Mar 13, 2018 / 04:46 am

मुकेश शर्मा

Joint pain

गलत मुद्रा में बैठना या चलना जोड़ों पर बुरा असर डाल सकता है। इसके अलावा डेस्क जॉब के दौरान लगातार एक ही मुद्रा में बैठे रहना भी सही नहीं होता। इसलिए विशेषज्ञ समय अंतराल पर चलने-फिरने व अपने पोज पर ध्यान देने की सलाह देते हैं।

खिलाडिय़ों पर असर

कुछ लोग फिट रहने के लिए रोजाना एक ही तरह के खेल जैसे बैडमिंटन, फुटबॉल या वॉलीबॉल खेलते हैं जिससे उनके घुटनों के जोड़ों में दर्द की समस्या होने की आशंका बढऩे लगती है। ऐसा आमतौर पर खिलाडिय़ों के साथ भी होता है इसलिए रोजाना एक जैसा खेल खेलने से बचना चाहिए।

सावधानी बरतें

शरीर का एक किलो वजन भी ज्यादा है तो घुटने को हर कदम पर 4-5 गुना ज्यादा दबाव झेलना पड़ता है। यह प्रेशर लगातार बने रहने पर जोड़ों में विकृति की समस्या हो सकती है। इसलिए रोजाना एक्सरसाइज करें क्योंकि इससे प्राकृतिक पेनकिलर एंडोर्फिन बनता है। हफ्ते में 4-5 बार 30 मिनट टहलने जाएं।


जो महिलाएं 3.5 इंच या इससे ऊंची हील के जूते या सैंडिल पहनती हैं, उनमें घुटनों के जोड़ों में दर्द व अन्य समस्याओं का खतरा अधिक रहता है।


50 साल तक की उम्र के पुरुष को दिन में १ लीटर और महिला को करीब सवा लीटर दूध पीना चाहिए।
गहरे हरे रंग की सब्जियां खाना फायदेमंद होता है।


संतरे, पालक, गोभी व टमाटर प्रचुर मात्रा में लें। ये कार्टिलेज बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन-डी महत्त्वपूर्ण है जो धूप से मिलता है।

पेनकिलर की अति

विशेषज्ञ जोड़ों के दर्द में लगातार पेनकिलर न खाने की सलाह देते हैं। इससे किडनी व अन्य अंगों पर दुष्प्रभाव पड़ता है। जोड़ों में दर्द होने पर विशेषज्ञ की सलाह पर दवा लें।

कुछ लोग फिट रहने के लिए रोजाना एक ही तरह के खेल जैसे बैडमिंटन, फुटबॉल या वॉलीबॉल खेलते हैं जिससे उनके घुटनों के जोड़ों में दर्द की समस्या होने की आशंका बढऩे लगती है।

 

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