कपिंग थैरेपी : गले के आसपास के खास बिंदुओं पर महीने में दो बार कपिंग थैरेपी की जाती है।
फारमाकोथैरेपी : थायरॉइड ग्रंथि की मजबूती के लिए इस थैरेपी में पीपल, दालचीनी, कलौंजी, काली मिर्च और अलसी का पाउडर या चटनी जैसी यूनानी हर्बल दवाएं 2-3 माह लेनी होती है।