स्लीप रिसर्च सोसाइटी के विशेषज्ञों ने 2015 में बताया था कि सात-आठ घंटे की नींद अच्छी होती है। एसोसिएट प्रोफेसर नेओमी शाह कहते हैं कि लंबी नींद मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा, अल्जाइमर व मनोरोग से जुड़ी हो सकती है। एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी और फीनिक्स वीए हैल्थ केयर सिस्टम के शोधकर्ता शॉन यंगस्टेड के अनुसार लम्बी नींद क्यों आती है, यह अध्ययन का विषय है। दस-बारह घंटे सोने से सेहत पर असर पड़ता है।
नींद पांच चक्र में आती है। एक सर्किल 90 से 120 मिनट का होता है। ताजगी महसूस करके लिए हमें हर रात कम से कम तीन सर्किल गहरी नींद लेनी चाहिए। गहरी नींद नहीं आती है तो लोग लंबी नींद लेने की कोशिश करते हैं। ऐसे में स्लीप एप्निया की समस्या भी हो सकती है। ज्यादा लम्बी नींद से मोटापा, हृदय रोग व अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
डॉ. शुभ्रांशु, श्वास एवं निद्रा रोग विशेषज्ञ