मां का दूध शिशु के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसमें मौजूद कोशिकाओं को बच्चे के अहम अंग आसानी से अवशोषित कर लेते हैं जिससे अंगों को ताकत मिलती है। यह उसके शरीर में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, फैट और एंटीबॉडीज जैसे जरूरी तत्त्वों की पूर्ति कर दिमाग और अन्य प्रमुख अंगों को पोषण देता है। इससे बचपन से ही उसके सोचने और समझने की क्षमता मजबूत होने लगती है। ब्रेस्टमिल्क शिशु को कई तरह से सेहतमंद रखता है।
समय से पूर्व यदि प्रसव हो जाए या किसी अन्य वजह से बच्चा कमजोर रह जाए तो उसकी डाइट में अन्य चीजों को भी दूध के साथ दे सकते हैं। दूध के अलावा जब उसे कुछ और देना शुरू करते हैं तो इस स्थिति को कॉम्प्लीमेंट्री फीडिंग कहते हैं। इसके लिए आप दूध के साथ-साथ गाय का दूध, दाल का पानी, चावल का मांड, खीर, खिचड़ी, दलिया, सूजी लप्टा, आटा लप्टा, केले का शेक आदि खिला या पिला सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान जो कुछ भी महिला खाती है उससे गर्भस्थ शिशु को भी पोषण मिलता है। इसलिए महिला को आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम युक्त चीजों को भोजन में शामिल करना चाहिए। डॉ. मेधावी गौतम, डायटीशियन