कारण…
प्रोटीन का ठीक से पाचन न होना, तेजी से वजन घटना, अधिक उपवास से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ना, तनाव, समय पर भोजन न करना व अनिद्रा प्रमुख वजह हैं। कब्ज, मोटापा, अव्यवस्थित दिनचर्या के अलावा जंकफूड, कोल्डड्रिंक, शराब आदि भी इस समस्या को बढ़़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
व्यायाम –
प्रतिदिन त्रिकोणासन, भुजंगासन, ताड़ासन, उत्तानपादासन, सूर्य नमस्कार और प्राणायाम आदि किसी प्रशिक्षक की देखरेख में
ही करें।
उपचार…
अश्वगंधा : इसका 5 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ लें।
पंचकोल चूर्ण : सौंठ, पिप्पली, पिप्पलामूल, चव्य व चित्रक (सभी 100-100 ग्राम) लेकर पीस लें। कपड़े से छानने के बाद इस चूर्ण को 1-1 चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ लें।
दानामेथी: इसकी सब्जी, लड्डू या चूर्ण बनाकर सुबह-शाम 1-1 चम्मच सादा पानी से लें। 3-4 चम्मच दानामेथी रात को एक कप पानी में भिगोएं। सुबह मसलकर पानी को छानकर पीएं।
बथुआ : इसके ताजा पत्तों का रस निकालें। सुबह आधा कप पीएं। रस को पीने के एक से दो घंटे पहले और बाद में कुछ न खाएं।