खाने के नियम तय करें: मधुमेह के रोगियों को कभी भी किसी भी समय का भोजन टालना नहीं करना चाहिए । सामान्य रूप से प्रत्येक व्य क्ति को दिन में ३-४ बार भो जन करना चाहिए ताकि शु गर लेव ल कंट्रोल रहे ।
इसमें किसी तरह की लापरवाही न करें । सुबह का नाश्ता सूर्योदय के बाद जल्दी से जल्दी करना अच्छा होता है । खिचड़ी, दलिया, अंकुरित अनाज, दूध व फल आदि को नाश्ते में ले सकते हैं। वहीं दोपहर व रात
के खाने को भी जितनी जल्दी संभव हो खा लें । इससे खाना आसा नी से पच जाता है व मो टापे से बचाव होता है ।
दोपहर के खाने में स लाद व दही शामि ल करें । डिनर में लौकी, तुरई, मूंग की दाल जैसी हल्की व सु पाच्य चीजें लें । तलेभुने व मसा ले दार खाने से पर हेज करें । कोल्ड ड्रिंक आदि की बजा य नारि यल पानी, छाछ, दूध आदि लें । घी, मक्खन, मावा, पनीर व अधिक मीठी चीजें न खाएं ।
व्यायाम : शारी रिक व मान सिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए रोजा ना कम से कम एक घंंटा एक्सर साइज करें । एरोबिक्स, ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग व साइ क्लिंग से कैलोरी बर्न होती है । बुजुर्ग लोग या जिन्हें जोड़ों में दर्द
की सम स्या है, वे एक घंटे टह लें । योग व मेडि टेशन से चिंता व तनाव दूर करें ।