जब आप तनाव से घिरे रहते हैं तो आपके पार्टनर के साथ आपके संबंध भी मधुर नहीं रहते हैं। महिलाओं में हर महीने एग रिलीज (ओव्यूलेशन) होने के बाद 48 घंटे की विंडो रहती है, जब मां बनने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है। अगर उसे मिस कर देती हैं तो अगली साइकल तक इंतजार करना पड़ेगा।
इंफर्टिलिटी की बड़ी वजह पीसीओएस भी तनाव से होती है। तनाव से धूम्रपान और अल्कोहल जैसी आदतें पड़ जाती हैं। इससे सेहत बिगड़ने के साथ इंफर्टिलिटी की समस्या भी होती है। कार्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन से शरीर के मुख्य सेक्स हार्मोन जीएनआरएच पर प्रभाव पड़ता है। इससे ओव्यूलेशन की प्रक्रिया भी बाधित होती है।