भांग : यानी ब्लड प्रेशर
भांग, कैनेबिस इंडिका पौधे के पत्तों व फूलों से बनने वाला नशीला पेय पदार्थ है जिसे हृदय रोगियों को तो बिल्कुल नहीं पीना चाहिए। इससे हृदय की धडक़ने और ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ सकता है व हृदय गति अचानक बंद हो सकती है जिससे कई बार जान भी जा सकती है।
तला-भुना : हार्ट अटैक
दिल के रोगी गुजिया, बेसन की बर्फी, बूंदी के लड्डू आदि सीमित मात्रा में ही खाएं क्योंकि इनमें अधिक मात्रा में मीठा व ट्रांस फैट होता है। साथ ही ऐसे मरीज कचौरी, समोसा और पकौड़े जैसी तली हुई चीजें भी कम ही खाएं। इसके अलावा जिन्हें पहले हार्ट अटैक हो चुका हो वे अधिक मात्रा में नमक का प्रयोग न करें।
कृत्रिम रंग : सांस की समस्या
मार्केट में मिलने वाले कृत्रिम रंगों को बनाने में डीजल, क्रोमियम आयोडाइड, लेड ऑक्साइड व कॉपर सल्फेट जैसे रसायनों का प्रयोग होता है। इनसे हृदय रोगियों के अलावा अन्य मरीज भी प्रभावित होते हैं।
उनमें एलर्जी, सांस व त्वचा संबंधी परेशानियां उभर सकती हैं। ये दिक्कतें दिल की सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं इसलिए जहां तक संभव हो होली मनाने में प्राकृतिक रूप से तैयार रंगों (जड़ी-बूटियों, फूल व पत्तियों) का इस्तेमाल करें।
अधिक भागदौड़ दिल पर दबाव
जिन मरीजों को डॉक्टर ने अधिक परिश्रम वाले काम करने से मना किया हो वे होली खेलते समय ज्यादा भागदौड़ न करें क्योंकि इससे हृदय पर दबाव बढ़ सकता है। अधिक भागदौड़ दिल पर दबाव