अक्सर नवजात शिशु की प्रवृत्ति रात को जागने और सुबह व दोपहर में सोने की होती है। ऐसे में मां को बच्चे के साथ रात में भी जागना पड़ता है। नींद पूरी हो या न हो उन्हें सुबह से फिर रुटीन की दिनचर्या में लगना पड़ता है। इससे महिलाओं की बॉडी क्लॉक डिस्टर्ब होती है। बालों की ग्रोथ वाले हार्मोन रात के समय ही स्त्रावित होते हैं। इसलिए अक्सर विशेषज्ञ रात में सिर की मालिश करने की सलाह देते हैं।हफ्ते में 3-4 बार की गई सिर की मालिश से बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान पहले तीन माह में महिला के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन में उतार चढ़ाव ज्यादा होता है। इस कारण भूख न लगने या भूख होने के बावजूद भोजन में अरुचि व उल्टी होने जैसी समस्याओं के कारण महिला के शरीर में पोषक तत्त्वों की कमी हो जाती है। इस कारण मस्तिष्क को भी पोषण नहीं मिल पाता और बालों की जड़ कमजोर होने से बाल झड़ने लगते हैं।
हर व्यक्ति की शारीरिक संरचना के अनुसार बालों का प्रकार और जरूरत अलग होती है। इसलिए जो शैम्पू या तेल आपको सूट करे वही प्रयोग में लेना चाहिए। बार-बार शैम्पू या तेल बदलने से बाल टूटते व झड़ते हैं। इसके अलावा मौसम और पानी के बदलाव से भी बाल झड़ने लगते हैं।
– शरीर में पोषक तत्त्वों की पूर्ति के लिए आयरन, कैल्शियम और हाई प्रोटीन से युक्त खाद्य सामग्री के अलावा बायोटीन विशेष रूप से बालों की ग्रोथ के लिए देते हैं।
– हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, मौसमी व रसीले फल और सूखे मेवे खाने की सलाह देते हैं।
– ऑलिव ऑयल, बादाम व नारियल तेल से सिर की त्वचा (स्कैल्प) की मालिश हफ्ते में 3-4 बार करने के लिए कहते हैं। इससे – बालों की जड़ों में रक्तसंचार बेहतर होने के साथ बाल मजबूत होते हैं। ध्यान रखें कि बालों को कसकर न बांधें।
– केमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बचें। साथ ही ज्यादा गर्म पानी से भी बालों को नहीं धोना चाहिए।