इस दौरान देश में कोरोना वायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए देशभर लॉक डाउन की घोषणा हो गई। इससे इन मजदूरों के सामने घर वापसी का संकट खड़ा गया है। लॉक डाउन से बस-ट्रेन और यहां तक टैक्सी भी बंद कर दी गई। परिवहन का कोई साधन नहीं होने के कारण श्रमिक वहीं अटक गए। फिलहाल ये सभी श्रमिक नवी मुंबई के उडऩ पनवेल थाना इलाके के वहल में फंसे हुए हैं। इनके सामने खाने-पीने के अलावा घर वापस आने की समस्या खड़ी हो गई।
स्थानीय विधायक लंबोदर महतो के मुताबिक श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुहार लगाई है। विधायक महतो ने मुख्यमंत्री को ट्विट कर इन श्रमिकों के लिए मदद मांगी है। इसी तरह देवघर के भी 25 के हरिद्वार में होने की सूचना है। मजदूरी के लिए गए इन श्रमिकों की हालत भी खराब है। इनके पास भी खाने-पीने के सामान की किल्लत बनी हुई है। मुख्यमंत्री सोरेन ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से इन मजूदरों के भोजन-पानी के इंतजाम का अनुरोध किया है। देशभर में लॉकडाउन होने के कारण नवी मुंबई और हरिद्वार में फंसे इन श्रमिकों की वापसी आसान नहीं है।