प्रवर्तन निदेशालय की टीम रांची से गुरुवार सुबह जामताड़ा पहुंची और जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के मिरगा, लटैया और दखनीडीह गांव में छापेमारी की है। पिछले दिनों जामताड़ा पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय को 20 ऐसे साइबर अपराधियों की सूची उपलब्ध कराई थी , जिन्होंने साइबर अपराध के मामले में अकूत संपत्ति हासिल की थी। इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ की गयी है। जामताड़ा पुलिस की इस कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय हरकत में आई और दखनीडीह गांव के प्रदीप मंडल, मुकेश मंडल, विशु मंडल और पिंटू मंडल के घर छापेमारी कर संपत्ति की जांच कर रही है।
इस जांच में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के अलावा जामताड़ा पुलिस भी सहयोग कर रही है। पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। ईडी के इस कार्रवाई से जामताड़ा जिले के साइबर अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि पूरे देश में जामताड़ा जिले के साइबर अपराधियों के द्वारा फर्जी बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं और उनसे बैंक डिटेल प्राप्त करते हैं तथा उनके बैंक अकाउंट से रुपए गायब कर देते हैं।
सुलझा पांच साल पुराना हत्या का मामला
झारखंड में दुमका की एक सत्र अदालत ने नक्सली हमले में पाकुड़ के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमरजीत बलिहार सहित छह पुलिस जवानों की हत्या से संबंधित पांच साल पुराने मामले में गुरुवार को दो आरोपियों को दोषी करार दिया
है, जबकि दोष सिद्ध नहीं होने पर संदेह का लाभ देते हुए पांच आरोपियों को बरी कर दिया।