इस फिल्म को लेकर सभी ने अपने—अपने तरीके से बयान दिए। नेता से लेकर अभिनेता ने सभी ने उनपर कुछ न कुछ टिप्पणी की है।
इसी बीच आमिर खान ने कहा कि प्रदर्शन करने का अधिकार सभी को है, लेकिन हिंसा कोई समाधान नहीं है। आमिर का मनना है कि जिस बात को शांती से निपटाया जा सकता है उसे लिए इतनी हिंसा क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा इससे किसी को कोई लेना देना नहीं कि आप किस क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। फिल्मी दुनिया से या गैर फिल्मी हो। जान से मारने की धमकी देना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। आप ये सोचिए कि आप एक महिला पर आधारित फिल्म को लेकर विवाद कर रहे हैं। लेकिन जिसे मारने, सिरकाटने की धमकी दे रहे हैं वह भी एक महिला है।
भाजपा नेता दिया था भड़काउ बयान :
इससे पहले हरियाणा में भाजपा के नेता सूरजपाल अमू का विवादित बयान आपको याद है। नहीं है तो हम बताते हैं उन्होंने कहा था कि उस इंसान को दस करोड़ रुपए का इनाम देंगे जो दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का सिर काट कर लाएगा। उनके इस बयान के बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वह यहां पर भी नहीं रुके उन्होंने यह तक कह डाला कि वो न खुद ये फिल्म देखेंगे नाही किसी को देखने देंगे। भाई इसे गुंडागर्दी न कहें तो फिर क्या कहें।
जयपुर के एक किले में मिली लाश को फिल्म के विरोध से जोड़ा गया:
जयपुर के स्थित नाहरगढ़ किले की प्राचीर पर एक व्यक्ति का शव लटका मिला। जिसके बाद पूरे देश में हड़कम्प मच गया है। जिसके साथ एक धमकी भी दी गई है। किले की दीवार पर लिखा हुआ मिला कि हम विरोध में पुतले ही नहीं जलाते शव भी लटकाते हैं।
इस तरह से न जाने कितने बयान सामने आए। खैर फिल्हाल दर्शाकों को इस फिल्म के सिनेमाघरों में आने का बेशर्बी से इंतजार है।