यूं तो सैफ अली बचपन में क्रिकेट के दीवाने थे और वो खुद बहुत अच्छी क्रिकेट खेलते थे…लेकिन ग्रेजुएशन करने के बाद जैसे ही वो मुबई आए, उनका झुकाव ग्लैमर की ओर मुड़ता गया। मां बॉलीवुड की जानी अभिनेत्री थीं, तो काम पाना उनके लिए कोई चुनौती भरा काम नहीं था। सैफ के खून में जहां एक खिलाड़ी होने के सारे गुण थे, वहीं उनके खून में अभिनय भी समाया हुआ था। दरअसल, दोनों ही ऐसी जगहेंं थीं, जहां सैफ को अपनी प्रतिभा दिखानी थी। खेल में उन्हें ग्राउंड के अंदर अपनी प्रतिभा साबित करनी थी, तो अभिनय में कैमरे के सामने खुद को बेहतर साबित करना था। इसमें उन्हें कैमरा रास आ गया।
मां की ‘परंपरा’ को आगे बढ़ाया…
सैफ एक स्टार किड थे, इसका उन्हें फायदा मिला…संघर्ष नहीं करना पड़ा। फिल्म पाने के लिए निर्माताओं के दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़े। यकीनन, किस्मत के धनी थे। यश चोपड़ा जैसे दिग्गज फिल्मकार के साथ सैफ को बॉलीवुड में कदम रखने का मौका मिला। साल 199३ में यश चोपडा़ के निर्देशन में बनी ‘परंपरा’ सैफ की डेब्यू फिल्म थी। इसमें उनके साथ आमिर खान भी लीड रोल में थे। फिल्म फ्लॉप रही। सैफ अभिनय में बेहद कमजोर नजर आए। उस समय ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा था कि सैफ बॉलीवुड में लंबी रेस का घोड़ा साबति होंगे।
सैफ ने फैसला किया कि वो सोलो फिल्म की बजाय मल्टीस्टारर फिल्म को ज्यादा तवज्जो देंगे। इससे फिल्म फ्लॉप भी होगी, तो सारा दोष उन पर नहीं मढ़ा जाएगा। नाम भी खराब नहीं होगा। चूंकि, इससे पहले ही 1993 में ही उनकी सोलो फिल्म आशिक आवारा आ गई। इसी साल एक और फिल्म पहचान भी आई। मतलब पहले ही साल तीन फिल्में…एक सोलो और मल्टीस्टारर। सोलेा फिल्म आशिक आवारा सुपरहिट रही। इसके सैफ ने फिर कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा। अब तक सैफ ने 100 से भी फिल्में कर चुके हैं। इन फिल्मों में से फैंटम, कल हो ना हो, कॉकटेल, लव आज कल, हम तुम, ओमकारा, रेस, दिल चाहता है, हम साथ-साथ हैं, क्या कहना, रहना है तेरे दिल में, परिणीता, तू चोर मैं सिपाही और मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी जैसी फिल्में उल्लेखनीय हैं।
दो शादी, तीन बच्चे…
बॉलीवुड के छोटे नवाब जिन्होंने दो शादियां की, एक शादी अपनी उम्र से 12 साल बड़ी से की और दूसरी अपनी उम्र से 10 साल छोटी से की। इसमें कोई दोराय नहीं कि सैफ की पर्सनल लाइफ किसी फिल्म से कम है। 21 साल के सैफ का दिल 33 साल की अभिनेत्री अमृता सिंह पर आ गया… सैफ अमृता के इस कदर दीवाने हो गए थे कि उन्होंने सीधे अपनी शादी की बात पिता से कर डाली। उनके पिता इस शादी के खिलाफ थे, क्योंकि अमृता सैफ से 12 साल बड़ी थीं। लेकिन सैफ ने सबको मना लिया और साल 1991 में दोनों ने धूमधाम से शादी कर ली। इनके दो बच्चे सारा और इब्राहिम अली खान हुए। इसके कुछ सालों बाद एकाएक सैफ और अमृता का रिश्ते में दूरियां आ गईं। इस बीच सैफ के दूसरी अभिनेत्रियों के साथ अफेयर्स की खबरें भी आईं। इसमें इटालियन गर्लफ्रेंड रोजा के साथ उनकी नजदीकियां किसी से छिपी नहीं रहीं। ये रिश्ता भी टूट गया। फिर उनके जीवन में करीना कपूर की एंट्री हुई। इस रिश्तें में भी एक बार फिर उम्र का काफी फासला नजर आया।
हां, यह अलग बात है कि तब सैफ से अमृता 12 साल बड़ी थी, जबकि इस बार करीना से सैफ 10 साल बड़े थे। लेकिन कहते हैं ना…कि प्यार उम्र नहीं देखता…प्यार तो बस हो जाता है। करीना-सैफ के साथ भी कुछ ऐसा हुआ। फिल्म के सेट पर दोस्ती हुई, फिर प्यार और उसके बाद शादी। जी, साल 2012 में सैफ अली ने 10 साल छोटी करीना से शादी कर ली। साल 2016 में इन्हें एक बेटा तैमूर अली खान हुआ।
5 हजार करोड़ रुपए की सम्पत्ति के मालिक हैं सैफ
सैफ अली खान खानदानी रईस हैं। पिता की मृत्यु के बाद अभी कुछ साल पहले ही सैफ को एक पगड़ी रस्म के दौरान पटौदी खानदान का 10वां वारिस घोषित किया गया था। इस समय पटौदी खानदान में करीब 5000 करोड़ से ज्यादा की संपति है, जिसमें से कुछ हिस्सा दोनों बहनों के नाम है और बाकी सैफ अली खान के नाम। सैफ का हिस्सा उनके तीन बच्चों सारा, इब्राहिम और तैमूर के नाम बंट जाएगा।