अभिनेता सलमान खाने के ताऊ अब्दुल हाफिज उर्फ बटुआ मियां का सोमवार को इंतकाल हो गया जिसके कारण उनका परिवार शोक में पड़ा हुआ है
अभिनेता सलमान खाने के ताऊ अब्दुल हाफिज उर्फ बटुआ मियां का सोमवार को इंतकाल हो गया। शाम छह बजे उन्हें सुपुर्द ए खाक किया। समाज में नामचीन हस्ती रहे बटुआ मियां के खास भतीजे सलमान और उनके पिता सलीम खान ने उनके दुनिया छोड़ जाने पर परिजनों से मोबाइल पर बात कर दु:ख व्यक्त किया। बॉलीवुड स्टार सलमान खान के ताऊ बटुआ मियां (86) का इंतकाल होने के बाद खान परिवार में दुख की लहर दौड़ पड़ी।
बेटे मतीन खान ने बताया कि उनका नाम अब्दुल हफीज खान था और प्यार से उन्हे बटुआ मियां पुकारा जाता था। अभिनेता सलमान का बचपन भी उन्हीं के पास बीता। वे समाज के उत्थान के लिए आए दिन होने वाले कार्यक्रम में शरीक होकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। सबसे दिलचस्प बात कि वे क्रिकेट के भी शौकीन रहे हैं। वे होलकर स्टेट की क्रिकेट टीम में कैप्टन रहेहैं। हालांकि वे रणजी नहीं खेल पाए, लेकिन दूसरों को खुश कर जीने की उनकी कला अद्भुत थी। वे परिवार के दूसरे बड़े लड़के थे। खान परिवार में हलीम बड़े, तीसरे नंबर के नईम और चौथे नंबर के सलमान के पिता सलीम खान हैं। सलमान के ताऊ बटुआ मियां का पुस्तैनी धंधा फॉर्मिंग का रहा है, जिसे उनके बेटे मतीन और उनके भाई आज भी चला रहे हैं। वे परिवार के साथ पलासिया स्थित खान कंपाउंड अपोलो आक्र्ड बिल्डिंग के चौथे माले पर रहते थे।
सलीम खान ने किया अफसोस
बेटे मतीन ने बताया कि उनके पिताजी बड़े थे, इसलिए सभी उन्हें बाबा पुकारते थे। चाचा सलीम परिवार में सबसे छोटे थे, इसलिए वे बाबा के बहुत चहेते थे, इसलिए उस जमाने में चाचा सलीम की एज्युकेशन भी उन्हीं ने करवाई थी, लेकिन सलमान उनके सबसे चहेते थे, इसलिए उनके दुनिया छोड़ जाने की सूचना बेटे मतीन ने सबसे पहले मुंबई में चाचा सलीम खान, भाई सलमान ,सौहेल और अरबाज को फोन पर दी थी। सभी ने उनके चले जाने पर शोक व्यक्त कर इंदौर आने की बात भी कही है।