मुंबई। अक्षय कुमार इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘टॉयलेट-एक प्रेम कथा’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। बॉक्स-ऑफिस पर उनकी इस फिल्म का टकराव शाहरुख खान की फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ से होना था, लेकिन यह टकराव अब टल चुका है। अब अक्षय की फिल्म अकेले रिलीज होगी। इसे लेकर जब अक्षय से उनकी राय पूछी गई, तो जवाब आया, ‘यह हम सबके लिए खुशी की बात है कि दोनों फिल्मों का टकराव नहीं हो रहा है, लेकिन अगर ऐसा होता भी है, तो क्या किया जा सकता है। मैं टकराव से नहीं घबराता।
आखिरकार बॉलीवुड में हर साल 180 फिल्में बनती हैं और उन्हें रिलीज करने के लिए महज 52 सप्ताह मिलते हैं। ऐसे में कुछ फिल्मों का तो टकराव होगा ही होगा। बेशक, यह कोई अच्छी बात नहीं है, लेकिन हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। इसके अलावा हॉलीवुड और साउथ की फिल्में भी यहां बड़े पैमाने पर रिलीज हो रही हैं, ऐसे में आने वाले दिनों में एक ही दिन कई फिल्मों के रिलीज होने के आसार बढ़ेंगे ही, कम नहीं होंगे।’
जब उनसे पूछा गया कि क्या एक ही विषय पर दो फिल्मों के बनने से बॉक्स-ऑफिस पर असर पड़ता है, जैसे ‘बैटल ऑफ सारागढ़ी’ और ‘पैडमैन’ का विषय एक होना? अक्षय का कहना था, ‘मेरी फिल्म मेरी फिल्म है और मेरी कहानी मेरी कहानी है। हर किसी को उस विषय पर फिल्म बनाने का अधिकार है, जिस पर वह बनाना चाहते हैं। एक विषय पर दो फिल्मों के बनने से कुछ मायनों में थोड़ा-बहुत असर पड़ता है, लेकिन अपना काम अपना काम होता है और मैं वह कर रहा हूं।’