आज भी जब भी कोई ‘मोगैंबो’ बोलता है तो मन में तुरंत अमरीश पुरी की तस्वीर उभरकर आ जाती है। अमरीश पुरी के इस किरदार ने लोगों पर एक छाप छोड़ी। किरदार निगेटिव होने के बावजूद इसने खूब वाह वाही लूटी थी। मोगैंबो खुश हुआ यह डायलॉग आज भी लोग बोलते रहते हैं। इस किरदार को बॉलीवुड के दिग्गज एंव दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी ने निभाया था।
amrish puri was not first choice for mogambo role in mr india
शेखर कपूर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ अलग इतिहास रचा। इस फिल्म के सभी कलाकारों ने फिल्म को यादगार बना दिया। अहर बात करें ‘मोगैंबो’ की तो अमरीश पुरी ने इस किरदार में जान डाल दी और इस करदार को सदा सदा के लिए अमर कर दिया, लेकिन क्या आपको पता है कि इस किरादर के लिए अमरीश पहली पसंद नहीं थे।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौन है यह अभिनेता जो मोगेंबो के किरदार के लिए मेकर्स को सबसे पहले पसंद आया था आगे आपको बताने वाले हैं। मेकर्स ने इस किरदार का ऑफर अमरीश पुरी को नहीं बल्कि अनुपम खेर को दिया था। यहां तक कि अनुपम फ़िल्म में अपने हिस्से की कुछ शूटिंग भी निपटा चुके थे। इसके बाद उन्हें फ़िल्म से आउट दिया गया था।अनुपम खेर ये बात अपने एक इंटरव्यू में ख़ुद बताई थी।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि फिल्म की शूटिंग 60 प्रतिशत पूरी हो चुकी थी इसके बाद इसमें मोगेंबो के किरदार के लिए अमरीश पुरी की एंट्री हुई थी। अमरीश पुरी ने अपनी आत्मकथा ‘The Act of Life’ में लिखा कि मैं निर्देशक शेखर कपूर के इस फैसले से हैरान था क्योंकि फिल्म की आधी से ज़्यादा शूटिंग पूरी हो चुकी थी। मैं हैरान था कि इन्हें अब जाकर मेरी याद आई है।
एक इंटरव्यू में बोनी कपूर ने बताया था कि फिल्म में अमरीश पुरी की फिल्म में एंट्री कैसे हुई। उन्होंने बताया कि मिस्टर इंडिया के लिए हम फ्रेश फेस देना चाह रहे थे। इसके लिए मुंबई में जितने भी विलेन थे, उन सभी के ऑडिशन लिए थे। लेकिन जावेद ने जिस रुवाब से मोगैंबो के किरदार को लिखा था, उस पर कोई सही उतर नहीं पा रहा था तो हमने फाइनली अमरीश पुरी जी को ही लेना सही समझा। उस समय वे बहुत बिजी चल रहे थे। हमने उनसे कहा कि मुझे अगले हफ्ते से आपके 60 दिन चाहिए, क्योंकि पूरे क्लाइमैक्स के लिए आर के स्टूडियो में हमारे कुल 5 सेट लगे थे। उन्होंने तुरंत हां बोल दिया।
खुद डिजाइन किया था कॉस्टयूम- इस फिल्म में अमरीश पुरी ने काफी हैवी और अलग कॉस्टयूम पहना था। जब फिल्म बन रही थी तो कॉस्टयूम को लेकर काफी सोच विचार चल रहा था। उस समय किसी के दिमाग में क्लीयर नहीं था कि ये कैसा होगा, लेकिन इसमें भी पूरा योगदान अमरीश पुरी का था। उन्होंने अपने खास टेलर माधव के साथ मिलकर अपूरा गेटअप डिजाइन बनवाया। बोनी कपूर इस कॉस्टयूम से इतना प्रभावित हुए थे कि उन्होंने डिजाइनर माधव को उस समय 10 हजार रुपए बोनस में दिए थे।