दोस्त ने दिया नंबर:
अनिल ने कहा, ‘मेरे एक दोस्त ने मेरा नंबर मुझे परेशान करने के लिए सुनीता को दिया था। इस कॉल के जरिए ही पहली बार मैंने सुनीता से बात की और मुझे उनकी आवाज से प्यार हो गया। इसके बाद हम एक पार्टी में मिले और एक-दूसरे से बात करने लगे। कुछ समय बाद हम एक-दूसरे अच्छे दोस्त बन गए। फिर हम एक-दूसरे और करीब आते गए और डेट करने लगे।
फिल्मों की तरह डेट नहीं की:
अनिल ने कहा,’हालांकि, हमने कभी फिल्मों की तरह डेट नहीं की। मैंने कभी भी सुनीता को अपनी गर्लफ्रेंड बनने के लिए नहीं कहा। एक दोनों एक-दूसरे को समझते थे।’अनिल ने बताया, ‘सुनीता एक लिबरल फैमिली से ताल्लुक रखती थीं। उनके पिता बैंक में नौकरी करते थे और वह एक मॉडल थीं जबकि मैं उस समय बेकार था। मैंने काम पाने के लिए काफी स्ट्रगल किया लेकिन सुनीता ने मुझे हमेशा सपोर्ट किया। जब मुझे फिल्म ‘मेरी जंग’ में पहला ब्रेक मिला तो मैंने सुनीता को शादी के लिए प्रपोज किया। उन्होंने बताया, ‘मैंने उन्हें कॉल किया और कहा, चलो कल शादी कर लेते हैं और अगले ही दिन हम लोगों ने शादी कर ली।’
डेट पर ले जाने के पैसे नहीं थे:
उस समय अनिल कपूर का स्ट्रगल दौर था। ऐसे में वे सुनीता से बाहर कहीं मिलने की तो सोच रहे थे लेकिन उनके पास उन्हें डेट पर ले जाने के पैसे नहीं थे। बाद में सुनीता ने खुद ही अनिल को मिलने के लिए बुलाया। सुनीता ने फोन पर अनिल से पूछा कैसे आ रहे हो तो उन्होंने जवाब दिया बस से। इस पर सुनीता ने उनसे टैक्सी में आने को कहा पैसे वह दे देगी। इसके बाद दोनों की मुलाकातें बढ़ने लगी और प्यार गहरा होता चला गया। अनिल ने कई बार सुनीता से पैसे लिए और बदले में वह उन्हें एक्टिंग करके दिखाते थे।