बाबिल ने लिखा, ‘अनुराग सर, सिर उठाइए मैं जानता हूं कि आप सब इसके लिए मुझसे नफरत करने वाले हो। लेकिन जब कुछ गलत लगता है तो मुझे खड़ा होना चाहिए। क्या होगा अगर लड़की सही कह रही हो? तो यह देख कर मेरा दिल टूट जाएगा कि जिसे मैंने इतना महान माना वह सिर्फ एक झूठा विचार था। मैं अपने निर्णय पर जमा हुआ हूं, इसकी जिम्मेदारी मैं लूंगा, अगर गलत हुआ तो।’ बाबिल ने लिखा, यह देखना शर्मसार करने वाला है कि मीटू जैसा बेशकीमती आंदोलन इस तरह बर्बाद कर दिया जाता है, वह भी ऐसे इंसान के खिलाफ जिसने इंडस्ट्री में पितृसत्तात्मक सोच के खिलाफ जोरदार लड़ाई लड़ी है।