महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बच्चों लोगों को POCSO Act के तहत मिलने वाली कानूनी सहायता और सुरक्षा के लिए जागरूक करना चाहता है। इस बारे में आयुष्मान का कहना है कि हमें ऐसे अपराधों के लिए ज़्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है। ऐसे अपराधों के ख़िलाफ़ फौरन आवाज़ उठानी चाहिए और अधिकारियों को इससे अवगत करवाना चाहिए।
आयुष्मान इस खबर को लेकर कहा कि- ”एक जागरूक शहरी होने के नाते, मैं हमेशा ऐसे मामलों के बारे में लोगों को बताना चाहता हूं, जो देश के लिए अहम हैं और जिन पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। पोक्सो के लिए जागरूक फैलाना मंत्रालय का बेहद अहम क़दम है। इस कानून के तहत बच्चों की यौन शोषण से सुरक्षा की जाती है और उन्हें कानूनी सहायता मुहैया करवाई जाती है। बच्चों के ख़िलाफ़ होने वाले अपराध सबसे जघन्य होते हैं और मैं देश के भविष्य की सुरक्षा के लिए यूनिसेफ और सरकार के इस क़दम की सराहना करता हूं।”