तस्वीर के साथ अभिनेत्री लिखती हैं, पेडने नामक अपने गांव में तीर्थयात्रा कर रही हूं। यह तीर्थस्थल तीन मंदिरों से निर्मित है-मौली देवी, भगवती देवी और रावलनाथ मंदिर। ये सभी 300 से 400 साल पुराने हैं। वह आगे कहती हैं, सन 1902 में रावलनाथ मंदिर पर लिखी गई किताबों में पेडनेकरों का लिखित ब्यौरा है। मंदिर के बारे में इसकी औषधीय जल धारा और तमाम शक्तियों को लेकर कई कहानियां हैं। हर बार यहां आकर कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अपने कुल के लिए आभारी हूं।
इंसान को खुद के खास होने का जश्न मनाना चाहिए
भूमि इन दिनों अपनी फिल्म ‘डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे’ को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने फिल्म में अपने किरदार को लेकर खुलकर बात की है, एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने इस फिल्म में अपने किरदार के जरिए महिलाओं से जुड़ी सभी पुरानी विचारधाराओं से पर्दा हटानी की कोशिश की है। भूमि कहती हैं “मुझे अपना किरदार किट्टी बहुत पसंद है, क्योंकि यह सिर्फ एक लड़की के बारे में है। हमें हमेशा ये टैग दिए जाते हैं कि वह अच्छी लड़की है, वह बुरी लड़की है। यह किरदार उन टैग्स को तोड़ता है।’
भूमि का मानना है कि ‘डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे’ में नारीत्व के पहलुओं पर बात की गई है, जो देखने वालों के दिलों तक पहुंचेगी। अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए एक्ट्रेस ने कहा ‘आमतौर पर, महिला को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जाता है। मेरे खयाल से यह नेचर केवल महिलाओं में नहीं, बल्कि पूरे मानव समाज में पाया जाता है। खासतौर से अगर आप एक ही परिवार से हों। हालांकि, इसके अंत तक एक लड़की होने के नाते समझेगी कि दूसरी लड़की क्या कर रही है। इस फिल्म में ह्यूमर, मैडनेस और ड्रामा सभी को सही तरीके से बैलेंस किया गया है।’