बता दें कि बिश्नोई समाज ने कोर्ट के इस फैसले पर नाराजगी दर्ज कराई है और ऐलान किया है कि वह इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेगा और साथ ही सलमान खान के खिलाफ अधिकतम सजा की मांग करेगा।
कौन है बिश्नोई समाज
बिश्नोई समाज के लोग न तो मांस खाते हैं और न ही शराब पीते हैं। यह समाज अपने गांव के आस पास हिरण या किसी पशु का शिकार भी नहीं करते हैं। यह सम्प्रदाय पशु हत्या को गलत मानता है। बता दें कि बिश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है। उनकी काले हिरण में काफी आस्था है। 1998 के काले हिरण शिकार मामले को लेकर यह समाज काफी नाराज था जिसके बाद इस समाज ने सलमान के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
मामला
1998 में जोधपुर में फिल्म ‘हम साथ साथ है’ की शूटिंग के दौरान सलमान खान पर 2 काले हिरण के शिकार का आरोप लगा था। यह मामला लूणी थाना इलाके के कांकाणी गांव का है। सलमान के साथ फिल्म से जुड़े और कलाकार भी इस मामले में आरोपी हैं। सरकारी वकील भवानी सिंह भाटी से बातचीत के दौरान बताया कि उस रात सभी कलाकार जिप्सी कार में थे, सलमान खान वाहन चला रहे थे। हिरणों का झुंड देखने पर उन्होंने गोली चलाई और उनमें से दो हिरण मार दिए थे। जब लोगों ने उन्हें देखा और उनका पीछा किया तो ये कलाकर मृत हिरणों को मौके पर छोड़कर भाग खड़े हुए। उन्होंने कहा कि उन लोगों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। इस मामले में सलमान खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी जिसके बाद तलाशी में सलमान खान के कमरे से रिवॉल्वर और राइफल बरामद किए गए थे।