अभिनेता अर्जुन का मानना है कि यदि फिल्म के बारे में लोग बातें करते हैं, तो यह फिल्म की सफलता है…
नई दिल्ली। अभिनेता अर्जुन कपूर का मानना है कि फिल्में समाज का आईना होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी नई फिल्म की एंड का का उद्देश्य संदेश देना नहीं है, बल्कि इससे घरेलू पति (हाउस हसबैंड) विषय पर चर्चा शुरू की जा सकती है। यहां सोमवार को फिल्म के प्रचार के दौरान अर्जुन ने कहा, जब हमने इस फिल्म को शुरू किया, हमने इसे वृत्तचित्र के रूप में नहीं सोचा था और न ही हम कोई क्रांति चाहते थे। सिनेमा इसके लिए पर्याप्त नहीं है। जो भी समाज में होता है, सिनेमा उसे दिखाता है।
इश्कजादे के अभिनेता इस फिल्म में कबीर नामक घरेलू पति की भूमिका निभा रहे हैं, जो फिल्म में अभिनेत्री करीना कपूर खान के पति बने हैं। अभिनेता का मानना है कि अगर फिल्म के बारे में लोग बातें करते हैं, तो यह फिल्म की सफलता है। उन्होंने कहा, पुरुष घर में हाथ बंटाने की बात को लेकर शर्मिंदगी महसूस करते हैं। फिल्म के साथ कम से कम बातचीत शुरू होगी, लेकिन यह संदेश भेजने के लिए नहीं है, यह कुल मिलाकर मनोरंजन पर आधारित है। अर्जुन का कहना है कि आर. बाल्की की फिल्म का सकारात्मक प्रभाव होगा।