इस बात को ध्यान में रखते हुए हाल में सेंसर बोर्ड ने एक पैनेल बनाया है। इस पैनेल में मेवाड़ राजघराने को भी शामिल किए जाने की खबर है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि सेंसर बोर्ड को इस फिल्म को प्रमाणित करने में मदद मिल सके। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेट (सीबीएफसी) के प्रमुख प्रसून जोशी ने गुरुवार को मेवाड़ राजघराने के विश्वराज सिंह को पद्मावती देखने का न्योता भेजा है।
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार सिंह ने शुक्रवार को कहा,- पहले सीबीएफसी से फिल्म के कुछ पहलुओं पर स्पष्टीकरण दिया जाएगा।
इस बात को ध्यान में रखते हुए 27 दिसंबर को मुंबई में फिल्म पद्मावती की स्पेशल स्क्रीनिंग की जा सकती है। साथ ही फिल्म को मेवाड़ शाही परिवार को दिखाने का फैसला जारी किया गया है।
बता दें फिल्म पद्मावती जब से बनी है तभी से विवादों के कटघरे में खड़ी दिखाई दी है। कई राजपूत संगठनों का आरोप है कि फिल्म के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली ने ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है जिस वजह से वह फिल्म का लगातार विरोध कर रहे हैं।
भाजपा नेता दिया था भड़काउ बयान
इससे पहले हरियाणा में भाजपा के नेता सूरजपाल अमू का विवादित बयान आपको याद है। नहीं है तो हम बताते हैं उन्होंने कहा था कि उस इंसान को दस करोड़ रुपए का इनाम देंगे जो दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का सिर काट कर लाएगा। उनके इस बयान के बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वह यहां पर भी नहीं रुके उन्होंने यह तक कह डाला कि वो न खुद ये फिल्म देखेंगे नाही किसी को देखने देंगे। भाई इसे गुंडागर्दी न कहें तो फिर क्या कहें।
जयपुर के एक किले में मिली लाश को फिल्म के विरोध से जोड़ा गया
जयपुर के स्थित नाहरगढ़ किले की प्राचीर पर एक व्यक्ति का शव लटका मिला। जिसके बाद पूरे देश में हड़कम्प मच गया है। जिसके साथ एक धमकी भी दी गई है। किले की दीवार पर लिखा हुआ मिला कि हम विरोध में पुतले ही नहीं जलाते शव भी लटकाते हैं।
फिल्म में बॅालीवुड की सबसे मशहूर जोड़ी रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण साथ ही चॅाकलेटी बॅाय शाहिद कपूर मुख्य किरदारों में दिखाई देने वाले हैं।