नागपुर में गडकरी 30 गायकों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उसी दौरान कला और कलाकारों के समाज में किए योगदान पर चर्चा करते हुए उन्होंने फिल्म ‘संजू’ को सुंदर करार दिया। साथ ही इस फिल्म को लेकर उन्होंने कहा कि ‘मीडिया, पुलिस और न्यापालिका में किसी को लेकर कुछ धारणाएं कैसे उस व्यक्ति को बुरी तरह प्रभावित करतीं हैं।’ नितिन गडकरी ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि ‘स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे ने एक बार उनसे बात की थी और कहा था कि संजय दत्त पूरी तरह निर्दोष थे।’
मीडिया को सतर्कता बरतनी चाहिए अपनी बात आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘मीडिया को किसी बैंक या व्यक्ति के बारे में लिखते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। कोई व्यक्ति पूरी जिंदगी लगा देता है एक मुकाम पाने में मगर संबंधित व्यक्ति के बारे में फैली गलत धारणाओं के चलते कुछ ही पल में यह मुकाम धराशायी हो जाता है।’ गडकरी ने कहा कि उनका मानना यह है कि ‘कलम की ताकत परमाणु बम की ताकत से ज्यादा खतरनाक है।’
संजय दत्त को साल 1993 में घर में एके-56 जैसा अवैध हथियार रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि उन पर टाडा कानून के तहत कार्रवाई हुई थी। इसके बाद में अदालत ने टाडा की धारा खारिज कर दी थी। मगर आर्म्स एक्ट के उल्लंघन में छह साल जेल की सजा हुई थी। अच्छे व्यवहार के चलते साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सजा घटाकर पांच साल कर दी। इसके कारण संजू वर्ष 2016 में ही जेल से बाहर गए थे।