मौत से एक रात पहले कही थी ऐसी बात:
ओम पुरी ने अपनी मौत से एक रात पहले ही एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, ‘मेरे जाने के बाद मेरा योगदान याद किया जाएगा।’ इससे पहले भी उन्होंने 23 दिसंबर, 2016 को भी एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मेरे दुनिया छोड़ने के बाद, मेरा योगदान दिखेगा और युवा पीढ़ी में विशेष रूप से फिल्मी छात्र मेरी फिल्में जरूर देखेंगे।’ 5 जनवरी को दिए इंटरव्यू के अगले ही दिन उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे इस दुनिया को छोड़ गए।
80 और 90 का दशक वास्तविक सिनेमा:
बता दें कि ओम पुरी ने कहा था कि, ‘मेरे लिए वास्तविक सिनेमा 80 और 90 के दशक का था, जब श्याम बेनेगल, गोविंद निहलानी, बासु चटर्जी, मृणाल सेन और गुलजार जैसे फिल्म-निर्देशकों ने उल्लेखनीय फिल्में बनाईं।’
रोज ट्रेन में सोने चले जाते थे ओम पुरी:
ओम पुरी का जन्म 18 अक्टूबर 1950 को पटियाला, पंजाब में हुआ था। बचपन में ओम पुरी जहां रहते थे उसके पीछे एक रेलवे यार्ड था। वह रोज रात के समय घर से भागकर ट्रेन में सोने चले जाते थे। दरअसल उन्हें ट्रेन से बड़ा लगाव था और वे बड़े होकर ट्रेन ड्राइवर बनना चाहते थे।